Mumbai ONTV NEWS: उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने रेजिडेंट डॉक्टरों की मानी मांगे, हड़ताल वापस..
आखिरकार उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने रेजिडेंट डॉक्टरों की मांगे मान ही ली,जिसके साथ उन्होने रेजिडेंट डॉक्टरों की ट्यूशन फीस में 10,000 रुपये की वृद्धि करने और हर महीने एक निश्चित तारीख पर नियमित रूप से भुगतान करने का आश्वासन दिया l जिसके बाद इस आह्वान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सेंट्रल मर्द (MARD) संगठन ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है।( Mumbai ONTV News)
ये बैठक उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में मंत्रालय के सभाकक्ष में हुई थी। इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ, योजना विभाग के प्रमुख सचिव सौरभ विजय, चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव दिनेश वाघमारे, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ. दिलीप म्हैसेकर और सेंट्रल मर्द संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को तुरंत रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल की मरम्मत का काम शुरू करना चाहिए और विभिन्न जिलों में स्वीकृत छात्रावासों के निर्माण में तेजी लाई जानी चाहिए।( Mumbai ONTV News)
उपमुख्यमंत्री पवार जी के मुताबिक सरकार ने नए मेडिकल कॉलेज को मंजूरी देते हुए हॉस्टल को भी अपनी योजना में शामिल कर लिया है। इसलिए, नए कॉलेजों में डॉक्टरों को पहले दिन से ही अच्छी गुणवत्ता वाले हॉस्टल उपलब्ध कराए जाएंगे।
इसके साथ ही छात्रावासों की मरम्मत के लिए राशि का वितरण कर दिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में कार्यवाही की जल्द ही समीक्षा की जाएगी।
उनके मुताबिक छात्रावासों के नवीनीकरण के दौरान छात्रों के लिए अन्य स्थानों पर आवास की व्यवस्था की जायेगी, और यदि चिकित्सा शिक्षा विभाग के अस्पताल परिसर में वैकल्पिक निःशुल्क कमरे उपलब्ध नहीं रहें, तो जरूरत के समय छात्रों को किराए के कमरों में रहने की अनुमति देने के लिए भी प्रयत्न किया जायेगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जहां भी संभव हो उन्हें वैकल्पिक कमरे उपलब्ध कराए जाएंगें l
हालाकिं उपमुख्यमंत्री पवार ने उनकी अन्य मांगो पर भी विचार करने की बात कही है l उन्होंने कहा कि सरकार डॉक्टरों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उनकी सभी उचित मांगों को पूरा करने का प्रयास भी करेगी।
फिलहाल तो यह समाचार रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए एक बड़ी राहत है। तो वहीं हड़ताल वापस लेने से मरीजों को जरूर राहत मिली है l
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