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Mumbai Taxi Fare: अब मुंबई में ओला, उबर का किराया काली-पीली के बराबर

Mumbai Taxi Fare: अब मुंबई में ओला, उबर का किराया काली-पीली के बराबर

Mumbai Taxi Fare: मुंबई की सड़कों पर अब टैक्सी का सफर थोड़ा बदल गया है। ओला, उबर और रैपिडो जैसी ऐप-बेस्ड टैक्सी सर्विस को अब शहर की मशहूर काली-पीली टैक्सी के किराए के सिस्टम को अपनाना होगा। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (MMRTA) ने 16 सितंबर को एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी। इस नए नियम के तहत, इन कंपनियों को 18 सितंबर शाम 5 बजे तक अपने मोबाइल ऐप में काली-पीली टैक्सी का किराया सिस्टम लागू करना था।

इसका मतलब है कि अब मुंबई में ओला, उबर और रैपिडो की टैक्सी का किराया वही होगा, जो पारंपरिक काली-पीली टैक्सी का है। MMRTA के मुताबिक, नॉन-एसी टैक्सी का किराया 20.66 रुपये प्रति किलोमीटर और एसी टैक्सी का किराया 22.72 रुपये प्रति किलोमीटर होगा। ये किराया अब ऐप-बेस्ड टैक्सी सर्विस के लिए भी आधार बनेगा। यानी, अगर आप मुंबई टैक्सी किराया सर्च करें, तो आपको यही रेट्स दिखेंगे, चाहे आप काली-पीली टैक्सी बुक करें या ओला उबर रैपिडो।

MMRTA के सचिव और अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट कमिश्नर भरत कालस्कर ने बताया कि ये फैसला ड्राइवर यूनियनों और ऐप कंपनियों के साथ बातचीत के बाद लिया गया। उन्होंने कहा कि कम डिमांड के समय कंपनियां 25 प्रतिशत तक डिस्काउंट दे सकती हैं, लेकिन पीक आवर्स में किराया 1.5 गुना तक बढ़ सकता है। इसका मतलब है कि सुबह-शाम के व्यस्त समय में आपको थोड़ा ज्यादा किराया देना पड़ सकता है।

इसके साथ ही, एक और खास बात ये है कि अब टैक्सी ड्राइवर्स को किराए का 80 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा। ड्राइवर यूनियनों की लंबे समय से मांग थी कि उन्हें ज्यादा कमाई मिले, और इस नियम से उनकी ये मांग पूरी हो रही है। लेकिन यात्रियों के लिए ये बदलाव थोड़ा महंगा पड़ सकता है। अभी तक ऐप-बेस्ड टैक्सी का किराया छोटी गाड़ियों के लिए 15-16 रुपये प्रति किलोमीटर से शुरू होता था, लेकिन अब ये कम से कम 5 रुपये प्रति किलोमीटर ज्यादा होगा।

मुंबई में काली-पीली किराया सिस्टम को लागू करने का फैसला ड्राइवर यूनियनों के दबाव के बाद आया। यूनियनों ने धमकी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आंदोलन करेंगे। इस बीच, कुछ ड्राइवर्स ने फ्लोरा फाउंटेन में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन भी किया। वे बाइक टैक्सी को लाइसेंस देने के सरकार के फैसले के खिलाफ थे। प्रदर्शनकारियों ने ‘ओला उबर और रैपिडो मंत्रालय’ जैसे नारे लगाए और महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर प्रताप सरनाइक की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने हाल ही में एक टेस्ला कार खरीदी थी।

यूनियन नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने ऐप-बेस्ड टैक्सी के लिए ज्यादा किराया तय नहीं किया और बाइक टैक्सी को लाइसेंस देना जारी रखा, तो 30 सितंबर को बड़ा आंदोलन होगा। भर्तीय गिग कामगार मंच, जो ऐप-बेस्ड टैक्सी और ऑटो ड्राइवर्स का प्रतिनिधित्व करता है, ने भी मुंबई में एक मीटिंग की और सुधारों की मांग की।

मुंबई में टैक्सी का किराया अब एकसमान होने से यात्रियों को साफ-सुथरा सिस्टम मिलेगा, लेकिन किराए में बढ़ोतरी से जेब पर थोड़ा असर पड़ सकता है। ये बदलाव शहर की सड़कों पर सफर को और व्यवस्थित करने की कोशिश है, ताकि ड्राइवर्स और यात्रियों, दोनों के लिए बेहतर अनुभव हो।

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