हर साल मॉनसून के दौरान डेंगू, मलेरिया और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है, लेकिन मुंबई में टीबी (ट्यूबरकुलोसिस) के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र में कुल टीबी मरीजों का 27% हिस्सा मुंबई में है।
विधानसभा में चर्चा
विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए विपक्ष के नेताओं ने टीबी के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। लोक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. तानाजी सावंत ने बताया कि केंद्र सरकार ने 11 राज्यों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीबी का टीकाकरण अभियान शुरू किया है, जिसमें महाराष्ट्र भी शामिल है। सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक देश को टीबी मुक्त किया जाए।
निक्षय पोषण आहार योजना
निक्षय पोषण आहार योजना के तहत, सरकार टीबी मरीजों के बैंक खाते में हर महीने पोषण के लिए 500 रुपये जमा करती है। 2023 में इस योजना के तहत 74 करोड़ 32 लाख रुपये और जून 2024 तक 8 करोड़ 74 लाख रुपये जमा किए गए हैं।
घनी आबादी और टीबी
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 2022 में महाराष्ट्र में 2,33,875 टीबी मरीज थे, जिनमें से 65,435 मरीज मुंबई में थे। 2023 में राज्य में 2,27,646 मरीज थे, जिनमें से 63,887 मरीज मुंबई में थे। जून 2024 तक राज्य में 1,10,896 मरीज थे, जिनमें से 30,519 मरीज मुंबई में थे। मुंबई की घनी आबादी के कारण टीबी के मामले ज्यादा हैं।
विशेषज्ञ समिति का गठन
टीबी के मामलों को कम करने के लिए मुंबई में स्वास्थ्य संचालक की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की एक समिति बनाई जाएगी। यह समिति एक महीने में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देगी ताकि टीबी की समस्या का समाधान किया जा सके।
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