धनुष पुल: मुंबई कोस्टल रोड के धनुष के आकार के पुल का आखिरी गर्डर लगा दिया गया है। अब जल्द ही आप कोस्टल रोड से सीधे बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर पहुंच सकेंगे।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने बुधवार सुबह मुंबई कोस्टल रोड के धनुष पुल (बोस्ट्रिंग ब्रिज) का दूसरा और आखिरी गर्डर लगा दिया है। ये गर्डर 2400 मीट्रिक टन वजनी है और इसे समुद्र में एक बजरे से लगाया गया।
धनुष पुल की खासियत क्या है?
ये पुल 136 मीटर लंबा और 2000 मीट्रिक टन वजनी है। इसकी खासियत ये है कि इसे बिना किसी खंभे के सहारे बनाया गया है। ये पुल समुद्र के ऊपर से गुजरता है और मरीन ड्राइव से बांद्रा-वर्ली सी लिंक को जोड़ेगा।
कब से शुरू होगा इस पुल पर ट्रैफिक?
अभी इस पुल पर काम चल रहा है। अगले एक महीने में इसे पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद ही इस पर गाड़ियां चल सकेंगी।
क्या थीं चुनौतियां?
इस पुल को बनाने में बीएमसी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मछुआरों की मांग थी कि पुल के खंभों के बीच 200 मीटर का फासला हो, लेकिन बीएमसी 60 मीटर की दूरी पर खंभे लगाना चाहती थी। मछुआरों की हड़ताल के बाद बीएमसी ने अपनी योजना में बदलाव किया और एक खंभा हटा दिया।
ये पुल मुंबई के ट्रैफिक को कम करने में मददगार साबित होगा। इससे लोगों का समय बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। इस पुल के बनने से मुंबई की खूबसूरती में भी चार चांद लग जाएंगे।
पहला गर्डर 26 अप्रैल को लगाया गया था। अब दोनों गर्डर लगने के बाद वाटरप्रूफिंग और कंक्रीटिंग का काम चल रहा है। इसके बाद डामर की सड़कें बनाई जाएंगी।
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