Navi Mumbai Airport: मुंबई, भारत का आर्थिक केंद्र, अब एक और बड़े बदलाव के लिए तैयार है। नवी मुंबई में बन रहा नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Navi Mumbai International Airport), जिसे एनएमआईए (NMIA) के नाम से भी जाना जाता है, जल्द ही अपनी उड़ान शुरू करने वाला है। यह हवाई अड्डा न केवल मुंबई के हवाई यातायात को आसान बनाएगा, बल्कि पूरे क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई दिशा देगा। इसकी भव्य शुरुआत 1 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी, और जुलाई या अगस्त 2025 से यहाँ व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। आइए, इस ऐतिहासिक परियोजना के बारे में विस्तार से जानें।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा कई दशकों से चर्चा में रहा है। मुंबई का मौजूदा छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रहा है, और बढ़ते यात्री भार को संभालना मुश्किल हो रहा है। इस समस्या को हल करने के लिए नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Navi Mumbai International Airport) की नींव रखी गई। यह एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा (greenfield airport) है, यानी इसे पूरी तरह से नए स्थान पर बनाया जा रहा है। इसका निर्माण अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (CIDCO) के सहयोग से हो रहा है, जिसमें अडानी समूह की 74% हिस्सेदारी है।
यह परियोजना 17,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है और इसे चार चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में यह हवाई अड्डा हर साल 20 मिलियन यात्रियों और 0.8 मिलियन टन कार्गो को संभालने में सक्षम होगा। सभी चरण पूरे होने के बाद, यह 90 मिलियन यात्रियों और 3.2 मिलियन टन कार्गो को संभालने की क्षमता रखेगा। यह आंकड़े बताते हैं कि यह हवाई अड्डा न केवल मुंबई बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण उलवे और पनवेल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 4B पर हो रहा है। इसकी नींव 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी, और अगस्त 2021 से इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। हवाई अड्डे के रनवे, टैक्सीवे और एप्रन जैसे हवाई क्षेत्र से जुड़े काम पूरे हो चुके हैं। इसके अलावा, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से एयरोड्रोम लाइसेंस और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) से सुरक्षा मंजूरी लेने की प्रक्रिया भी चल रही है।
पिछले साल अक्टूबर 2024 में भारतीय वायु सेना के C-295 विमान ने यहाँ पहली बार लैंडिंग की थी। इसके बाद दिसंबर 2024 में इंडिगो के A320 विमान ने रनवे 08/26 पर पहला व्यावसायिक परीक्षण उड़ान किया। इस परीक्षण में DGCA, AAI, सीमा शुल्क, आप्रवासन, CISF और CIDCO के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इन सफल परीक्षणों ने हवाई अड्डे की तकनीकी और परिचालन तैयारियों को साबित किया। हालांकि, पहले चरण में यात्री टर्मिनल सहित कुछ काम अभी बाकी हैं, जिसके कारण व्यावसायिक उड़ानों की शुरुआत में थोड़ा समय लग सकता है।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यात्रियों के लिए एक नया अनुभव लेकर आएगा। यहाँ आधुनिक सुविधाएँ (modern facilities) जैसे बायोमेट्रिक सिस्टम, फूड कोर्ट, लाउंज, ड्यूटी-फ्री दुकानें और ट्रैवेलेटर उपलब्ध होंगे। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवनों को कमल के फूल की थीम पर डिज़ाइन किया गया है, जो न केवल सुंदर है बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। पहले चरण में एक लो-कॉस्ट कैरियर टर्मिनल बनाया जाएगा, जो हर साल 2 मिलियन यात्रियों को संभाल सकेगा।
यह हवाई अड्डा दो समानांतर रनवे के साथ बनाया गया है, जो एक साथ स्वतंत्र उड़ान संचालन की सुविधा देगा। इसके अलावा, यहाँ 67 सामान्य विमानन स्टैंड और एक अलग हेलीपोर्ट भी होगा, जो भारत का सबसे बड़ा सामान्य विमानन सुविधा केंद्र होगा। कार्गो सुविधाओं में 33,000 वर्ग मीटर का घरेलू कार्गो टर्मिनल और 23,700 वर्ग मीटर का अंतरराष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल शामिल है। ये सुविधाएँ नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को एक प्रमुख कार्गो हब के रूप में भी स्थापित करेंगी।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा केवल एक हवाई अड्डा नहीं है; यह एक आर्थिक इंजन है। इसके शुरू होने से पनवेल, उलवे, खारघर, कामोठे और तलोजा जैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। यह परियोजना 1.42 लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष नौकरियाँ पैदा करेगी। इसके साथ ही, मुंबई-पुणे और मुंबई-नासिक गलियारों में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
हवाई अड्डे की मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी इसे और खास बनाती है। यह सड़क, रेल, मेट्रो और भविष्य में जलमार्ग से जुड़ा होगा। इससे यात्रियों को मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई के उपनगरों तक आसानी से पहुँचने में मदद मिलेगी। यह सुविधा न केवल यात्रियों के समय को बचाएगी बल्कि सड़कों पर भीड़ को भी कम करेगी।
हर बड़ी परियोजना की तरह, नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पर्यावरणीय मंजूरी, मैंग्रोव संरक्षण और उलवे नदी के डायवर्जन जैसे मुद्दों ने निर्माण को जटिल बनाया। इसके अलावा, कुछ स्थानीय लोगों ने भूमि अधिग्रहण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, सरकार और CIDCO ने प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा देने का वादा किया है।
पहले चरण में कुछ काम अभी बाकी होने के कारण उद्घाटन की तारीख को अप्रैल से जून तक बढ़ाया गया। अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने मार्च 2025 में साइट का दौरा किया और इसे “भारत के लिए एक सच्चा उपहार” बताया। उनके अनुसार, यह हवाई अड्डा कनेक्टिविटी और विकास को नया आयाम देगा।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत के एविएशन क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करने जा रहा है। यह न केवल मुंबई के हवाई यातायात को कम करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा। इंडिगो और एयर इंडिया जैसी एयरलाइंस पहले ही यहाँ से उड़ान शुरू करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, फेडएक्स और DHL जैसे कार्गो ऑपरेटर इसे एक प्रमुख कार्गो हब के रूप में देख रहे हैं।
हवाई अड्डे का डिज़ाइन और सुविधाएँ इसे एक विश्वस्तरीय सुविधा बनाती हैं। यहाँ की हर चीज़, चाहे वह बायोमेट्रिक चेक-इन हो या कमल के फूल की थीम वाला टर्मिनल, यात्रियों को एक अनोखा अनुभव देगी। जैसे-जैसे यह हवाई अड्डा अपने सभी चरणों को पूरा करेगा, यह भारत के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक हवाई अड्डों में से एक बन जाएगा।
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