सरकार ने नई इनकम टैक्स स्लैब (New Income Tax Slab) की घोषणा कर दी है, और इस बार कुछ बदलाव ऐसे हैं, जो नौकरीपेशा लोगों के लिए फायदेमंद भी हैं और चौंकाने वाले भी। अगर आपकी सालाना सैलरी 12 लाख रुपये तक है, तो आपको एक भी रुपया टैक्स नहीं देना होगा। यहां तक कि 12.75 लाख रुपये तक की इनकम पर भी कोई टैक्स नहीं लगेगा। लेकिन अगर आपकी सैलरी 12.75 लाख रुपये से सिर्फ 1 रुपये भी ज्यादा हुई, तो आपको 15 प्रतिशत टैक्स देना होगा!
यह बदलाव थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह स्टैंडर्ड डिडक्शन की वजह से हो रहा है। सरकार ने इस साल स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया है, जिससे 12.75 लाख तक की सैलरी वालों को राहत मिली है।
12.75 लाख रुपये तक टैक्स क्यों नहीं लगेगा?
अब इसे एक उदाहरण से समझते हैं।
मान लीजिए कि किसी की सैलरी 12 लाख रुपये सालाना है। सरकार ने स्टैंडर्ड डिडक्शन के रूप में 75,000 रुपये घटा दिए, यानी अब टैक्स सिर्फ 11.25 लाख रुपये पर लगेगा।
अब, अगर किसी की सैलरी 12.75 लाख रुपये है, तो स्टैंडर्ड डिडक्शन घटाने के बाद उसकी टैक्सेबल इनकम 12 लाख रुपये हो जाएगी, जिस पर कोई टैक्स नहीं देना होगा।
लेकिन जैसे ही किसी की सैलरी 12.75 लाख रुपये से 1 रुपये भी ज्यादा हुई, तो वह 15% टैक्स स्लैब में आ जाएगा।
1 रुपये भी ज्यादा हुआ तो टैक्स इतना क्यों बढ़ जाएगा?
अगर आपकी सैलरी 12.75 लाख रुपये से बस 1 रुपये भी ज्यादा हो गई, तो आपकी टैक्सेबल इनकम 12 लाख रुपये के ऊपर चली जाएगी। अब सरकार के नए नियमों के मुताबिक, 12 लाख से 16 लाख रुपये के बीच की इनकम वालों पर 15 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
इसका मतलब यह है कि सिर्फ 1 रुपये की सैलरी बढ़ने पर आपका टैक्स शून्य से सीधा 15% हो जाएगा!
नए टैक्स स्लैब को आसान भाषा में समझें
सरकार ने नई टैक्स व्यवस्था (New Tax Regime) के तहत इनकम टैक्स स्लैब इस तरह तय किए हैं:
- 4 लाख रुपये तक – कोई टैक्स नहीं
- 4 लाख से 8 लाख रुपये तक – 5% टैक्स
- 8 लाख से 12 लाख रुपये तक – 10% टैक्स
- 12 लाख से 16 लाख रुपये तक – 15% टैक्स
- 16 लाख से 20 लाख रुपये तक – 20% टैक्स
- 20 लाख से 24 लाख रुपये तक – 25% टैक्स
- 24 लाख रुपये से ऊपर – 30% टैक्स
अब आप टैक्स कैसे बचा सकते हैं?
अगर आपकी सैलरी 12.75 लाख रुपये के आसपास है और आप 15% टैक्स स्लैब में नहीं आना चाहते, तो आपको कुछ सावधानी रखनी होगी।
- स्टैंडर्ड डिडक्शन और छूट का सही इस्तेमाल करें:
- HRA (House Rent Allowance)
- 80C (LIC, PPF, EPF, आदि)
- 80D (Health Insurance)
- सैलरी को सही प्लान करें:
- अगर आपकी सैलरी 12.75 लाख के करीब है, तो कोशिश करें कि कोई अतिरिक्त बोनस या इंक्रीमेंट आपकी टैक्सेबल इनकम को 12.75 लाख से ऊपर न ले जाए।
- इनकम को कुछ हिस्सों में बांटें:
- अगर संभव हो, तो कुछ इनकम को अलाउंस या रिइंबर्समेंट के रूप में लिया जाए, ताकि टैक्स कम से कम लगे।
क्या नई टैक्स व्यवस्था फायदेमंद है?
जो लोग 12 लाख रुपये तक कमाते हैं, उनके लिए यह योजना बहुत अच्छी है क्योंकि उन्हें कोई टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन जो लोग 12.75 लाख रुपये से बस थोड़ा ज्यादा कमाते हैं, उनके लिए यह भारी नुकसानदेह हो सकता है।
इसलिए सही टैक्स प्लानिंग करना बहुत जरूरी है, ताकि आपको अनावश्यक रूप से ज्यादा टैक्स न देना पड़े।
New Income Tax Slab: टैक्स बचाने के लिए प्लानिंग जरूरी!
सरकार ने 12 लाख से 12.75 लाख रुपये की सैलरी वालों को टैक्स से छूट देकर बड़ी राहत दी है। लेकिन इस छूट का फायदा तभी तक है, जब तक आपकी इनकम 12.75 लाख रुपये तक सीमित रहे। अगर एक भी रुपये से यह इनकम ज्यादा हुई, तो सीधे 15 प्रतिशत टैक्स देना पड़ेगा।
इसलिए, अगर आपकी सैलरी 12.75 लाख रुपये के करीब है, तो आपको अपनी इनकम को अच्छे से मैनेज करना चाहिए, ताकि टैक्स का भारी बोझ न बढ़ जाए।
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