महाराष्ट्र

New Jobs for Retired Officers: 80 हजार सैलरी के साथ रिटायर्ड अधिकारियों को नया मौका: महाराष्ट्र सरकार

New Jobs for Retired Officers: 80 हजार सैलरी के साथ रिटायर्ड अधिकारियों को नया मौका: महाराष्ट्र सरकार

New Jobs for Retired Officers: महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक ऐसी खबर लाई है, जो न केवल उनके चेहरों पर मुस्कान बिखेरेगी, बल्कि उनके अनुभव को भी नई उड़ान देगी। अब रिटायरमेंट के बाद भी सरकारी अधिकारी (Retired Government Officers) अपने तजुर्बे का इस्तेमाल सरकारी और अर्द्ध-सरकारी सेवाओं में कर सकेंगे। यह योजना नई पीढ़ी के लिए भी प्रेरणादायक है, क्योंकि यह अनुभव और आधुनिकता के बीच एक सेतु बनाती है। महाराष्ट्र सरकार ने इस नई योजना (Maharashtra Government Scheme) के तहत रिटायर्ड अधिकारियों को संविदा के आधार पर नियुक्त करने का फैसला किया है, जिसमें 80 हजार रुपये तक का वेतन भी शामिल है।

इस योजना की शुरुआत का मकसद है अनुभवी अधिकारियों की विशेषज्ञता का लाभ उठाना। सरकार ने तय किया है कि विभिन्न विभागों में कुल स्वीकृत पदों के 10 प्रतिशत पदों पर रिटायर्ड अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। यह नियुक्ति 65 वर्ष की आयु तक की जाएगी, और अगर अधिकारी शारीरिक व मानसिक रूप से सक्षम हैं, तो इसे 70 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। इस कदम से न केवल रिटायर्ड अधिकारियों को आर्थिक रूप से सहारा मिलेगा, बल्कि सरकारी कामकाज में भी गुणवत्ता आएगी। यह योजना उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो रिटायरमेंट के बाद भी समाज की सेवा करना चाहते हैं।

इस योजना को लागू करने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से समय-समय पर विज्ञापन जारी किए जाएंगे। इन विज्ञप्तियों में नियुक्तियों की संख्या, कार्य का प्रकार और स्वीकृत वेतन का ब्योरा दिया जाएगा। इच्छुक रिटायर्ड अधिकारी इन विज्ञापनों के जरिए आवेदन कर सकेंगे। अनुबंध की शुरुआत एक साल के लिए होगी, जिसे जरूरत के हिसाब से हर साल बढ़ाया जा सकेगा। यह लचीलापन न केवल अधिकारियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह सरकार को भी कुशल कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है। इस तरह, रिटायरमेंट के बाद भी सरकारी अधिकारी (Retired Government Officers) अपनी सेवाएं दे सकेंगे और समाज के विकास में योगदान दे पाएंगे।

महायुति सरकार की इस योजना में कुछ खास शर्तें भी हैं। यह सुविधा केवल ग्रुप ए और ग्रुप बी के अधिकारियों के लिए है। ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि उच्च स्तरीय प्रशासनिक अनुभव का अधिकतम उपयोग हो सके। इसके अलावा, संविदा पर नियुक्त रिटायर्ड अधिकारियों को मूल पेंशन, महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, आवास भत्ता और टेलीफोन भत्ता सहित कुल 80,750 रुपये का मासिक भुगतान किया जाएगा। यह राशि न केवल आकर्षक है, बल्कि यह रिटायर्ड अधिकारियों को आर्थिक स्थिरता भी प्रदान करेगी।

यह योजना नई पीढ़ी के लिए भी एक संदेश देती है। आज के युवा सरकारी नौकरियों को लेकर उत्साहित रहते हैं, लेकिन कई बार अनुभवी लोगों की कमी के कारण प्रशासनिक कार्यों में देरी होती है। महाराष्ट्र सरकार की नई योजना (Maharashtra Government Scheme) इस कमी को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल रिटायर्ड अधिकारियों को सम्मान देती है, बल्कि यह युवा कर्मचारियों को भी अनुभव से सीखने का मौका देती है। अनुभवी और नई पीढ़ी के बीच यह तालमेल सरकारी कामकाज को और प्रभावी बनाएगा।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में यह योजना न केवल प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी बदलाव लाने की क्षमता रखती है। रिटायरमेंट के बाद भी काम करने का मौका मिलना उन अधिकारियों के लिए एक नई प्रेरणा है, जो अपने अनुभव को समाज के हित में लगाना चाहते हैं। यह योजना सरकार की उस सोच को भी दर्शाती है, जो अनुभव को महत्व देती है और इसे आधुनिक जरूरतों के साथ जोड़ती है।

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