महाराष्ट्र में राज्यसभा की एक सीट को लेकर चल रहा सस्पेंस आखिरकार खत्म हो गया है। कल तक इस सीट के लिए तीन नाम चर्चा में थे – अजित पवार के बेटे पार्थ, ओबीसी लीडर छगन भुजबल और आनंद परांजपे। सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी भी इस रेस में थे। लेकिन इन सब नामों को किनारे करके एनसीपी ने अजित पवार की मैडम यानी सुनेत्रा पवार को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। सुनेत्रा ने आज नामांकन भी भर दिया है।
दरअसल, राज्यसभा के उपचुनाव के लिए आज नॉमिनेशन का आखिरी दिन था। अब साफ हो गया है कि NCP की तरफ से अजित पवार की वाइफ सुनेत्रा पवार ही अपर हाउस जाएंगी। NCP लीडर प्रफुल पटेल ने फरवरी में राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिनका कार्यकाल अभी 4 साल बाकी है। अब 25 जून को इस सीट पर उपचुनाव होना है, जिसमें महाराष्ट्र के विधायक वोट डालेंगे। NCP की संभावनाएं इसलिए मजबूत हैं क्योंकि गठबंधन के साथी शिवसेना और BJP उसके उम्मीदवार को सपोर्ट करेंगे।
पार्टी के एक सीनियर नेता ने बताया कि फरवरी में पार्थ का नाम भी चर्चा में था, लेकिन उन्हें अगले मौके का इंतजार करने को कहा गया था। पार्थ 2019 में मावल लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके हैं। वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल का कहना है कि काफी सोच-विचार के बाद पार्टी ने सुनेत्रा पवार को राज्यसभा भेजने का मन बनाया है। सहयोगियों को भी इस बारे में बता दिया गया है।
हैरानी की बात ये है कि सुनेत्रा पवार वही हैं, जो हाल ही में बारामती लोकसभा सीट से अपनी ननद सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वो करीब डेढ़ लाख वोटों से हार गई थीं। कहा जा रहा है कि पुणे में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी सुनेत्रा के लिए राज्यसभा की सीट मांगते हुए एक प्रस्ताव पास किया था।
राज्यसभा की दो और सीटें भी महाराष्ट्र से खाली हुई हैं, क्योंकि पीयूष गोयल और उदयनराजे भोसले लोकसभा चुनाव जीतकर वहां चले गए हैं। एक NCP नेता ने कहा था कि पार्टी अल्पसंख्यक चेहरे पर भी विचार कर सकती है ताकि परंपरागत वोटरों से रिश्ते मजबूत किए जा सकें। लेकिन सुनेत्रा पवार के नाम के ऐलान के साथ अब इस तरह की अटकलों पर भी विराम लग गया है।
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