शिरडी स्थित श्री साईं बाबा संस्थान पिछले कुछ समय से चर्चाओं में बना हुआ है। हाल ही में, साईं बाबा संस्थान ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो भक्तों के लिए नए नियमों का परिचय कराता है। दरअसल अब शिरडी आने वाले भक्तों को निःशुल्क प्रसाद भोजन प्राप्त करने के लिए टोकन (कूपन) की आवश्यकता होगी। इस निर्णय से भक्तों को प्रसादालय में भोजन प्राप्त करने के लिए पहले साईं बाबा के दर्शन करने होंगे और फिर उदी काउंटर पर कूपन प्राप्त करना होगा।
कूपन सिस्टम कब से लागू होगा?
साईं बाबा संस्थान ने ये नया नियम गुरुवार से लागू करने की घोषणा की है। शिरडी में प्रतिदिन 50,000 से 60,000 लोग प्रसादालय में भोजन करते हैं, लेकिन अब इन सभी को भोजन प्राप्त करने के लिए कूपन की आवश्यकता होगी। शिरडी साईं बाबा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडिलकर ने बताया कि कूपन प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जाएंगी। ये निर्णय शिरडी में बढ़ती अपराध दर के मद्देनजर लिया गया है।
क्यों लिया गया ये फैसला?
ये निर्णय शिरडी में बढ़ते अपराधों और हाल ही में हुए दोहरे हत्याकांड के कारण लिया गया है। इसके साथ ही, पूर्व भाजपा सांसद सुजय विखे ने भी शिरडी में बढ़ते अपराधों के बारे में बयान दिया था। उनका कहना था कि शिरडी में निःशुल्क भोजन की सुविधा के कारण यहां भिखारियों का जमावड़ा बढ़ रहा है, और इससे अपराधियों की संख्या भी बढ़ रही है। इस बयानी के बाद साईं संस्थान ने शिरडी में मुफ्त भोजन के लिए कूपन प्रणाली शुरू करने का फैसला किया है।
क्या बदल रहा है?
पहले शिरडी में साईं बाबा के दर्शन के बाद भक्त सीधे प्रसादालय में प्रवेश करते थे और मुफ्त भोजन प्राप्त करते थे। अब, केवल कूपन प्राप्त करने वाले भक्तों को ही भोजन करने की अनुमति दी जाएगी। शिरडी साईं बाबा संस्थान के इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि शिरडी में बढ़ते अपराध दर को काबू किया जा सकेगा और भक्तों को एक सुरक्षित माहौल मिलेगा।