Anant Ambani: देश के सबसे अमीर परिवारों में से एक अंबानी परिवार की हर बात सुर्खियां बटोरने लगती है। फिर चाहे उनके द्वारा किया जाने वाला कोई फंक्शन हो या फिर उनका लग्जरी लाइफस्टाइल ही क्यों ना हो। अब जबसे अनंत अंबानी (Anant Ambani) की प्री वेडिंग फंक्शन गुजरात में हुई है, तबसे लेकर अबतक उसके चर्चे थम नहीं रहे। जबकि अब तो दूसरी प्री वेडिंग फंक्शन भी हो चुकी है। और तो और अब शादी की तारीख भी नजदीक है, लेकिन अब तक पहले प्री वेडिंग को भी लोग भुला नहीं पा रहे हैं। खासकर अनंत अंबानी की घड़ी ने तो हर किसी को अट्रैक्ट किया। यहां तक कि फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग भी इस घड़ी से इम्प्रेस हुए बिना नहीं रह पाए।
दरअसल मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी (Anant Ambani) ने अपनी पहली प्री वेडिंग फंक्शन में जो घड़ी पहनी थी, उसकी कीमत 18 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ये घड़ी इतनी ज्यादा खास है कि ये दुनियाभर के कुछ लोगों के पास ही है। जब फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने अनंत अंबानी की घड़ी देखी, तो उनके भी होश उड़ गए। उन्होंने यहां तक कि कह दिया था कि, हालांकि वो घड़ी पहनना पसंद नहीं करते हैं, पर अनंत अंबानी की घड़ी को देखकर उनका भी मन कर गया। इस लिमिटेड एडिशन वॉच के अन्य खासियतों के बारे में जानकर आप समझ जाएंगे की आखिर ये इतनी कीमती क्यों है।
घड़ी के सिर्फ 10 मॉडल बने हैं
दरअसल गुजरात में होने वाले अपने प्री वेडिंग फंक्शन में अनंत अंबानी (Anant Ambani) ने जो घड़ी पहनी थी, वो Richard Mille की वाइट सफायर वाली RM 56-02 थी। इसकी कीमत और मॉड्यूल इतनी ज्यादा यूनीक है कि ये दुनिया भर के सिर्फ 10 लोगों के पास है। दरअसल इस ब्रांड से इससे ज्यादा ये मॉडल बनाया ही नहीं। कह सकते हैं कि इस घड़ी की डिजाइन और इसका इतना कम होना ही इसकी यूएसपी है।
क्या है घड़ी की खासियत?
अनंत अंबानी (Anant Ambani) के इस टूरबिलोन सफायर घड़ी में एक सफायर क्रिस्टल केस लगा हुआ है, जबकि इसकी बेसप्लेट ग्रेड 5 टाइटेनियम से बनाई गई है। सामने से ट्रांसपेरेंट दिखने वाला इसका डायल इसे काफी क्लासी लुक देता है। इसके अलावा घड़ी की जो थ्री लेयर केस है, उसकी वजह से घड़ी पर गलती से भी कोई स्क्रैच नहीं आएगा। इस वॉच का जो बैंड है, उसे बनाने में टाइटेनियम का इस्तेमाल किया गया है, जिसे ऑल सफायर केस के अंदर 0.35 मिमी सिंगल ब्रेडेड मेटल केबल के डाला गया है।
घड़ी की अन्य खास बातें
घड़ी के सफायर केस है उसे बनाने में करीब 40 दिनों की मशीनिंग लगती है और फिर उसके बाद फिनिशिंग के साथ-साथ बाकी के काम के लिए 400 घंटे और लग जाते हैं। कहते हैं कि अन्य के मुकाबले सफायर ज्यादा टिकाऊ तो होता ही है, साथ ही इसपर स्क्रैच भी काफी कम आते हैं। ये घड़ी Richard Mille की सिग्नेचर टोनो केस में आती है। बता दें कि उस सिग्नेचर टोनो केस को बनाना घड़ी बनाने से भी ज्यादा चैलेंजिंग होता है। वैसे आप इस घड़ी के बारे में और क्या कुछ जानते हैं, हमें कमेंट कर जरूर बताएं।