पश्चिमी अफ्रीका के देश माली में इन दिनों भयंकर गर्मी पड़ रही है। तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिसके कारण बर्फ़ ब्रेड और दूध से भी महंगी हो गई है।
हालात ऐसे हैं कि माली की राजधानी बमाको में लोग बर्फ़ के लिए कतारों में खड़े हैं। कुछ दुकानदार एक किलो बर्फ़ के लिए 500 से 1000 फ्रैंक सीएफए (लगभग 75 से 150 सेंट) चार्ज कर रहे हैं। यह ब्रेड की कीमत से दो गुना और दूध की कीमत से चार गुना अधिक है। बिजली की कटौती भी लोगों की परेशानी बढ़ा रही है, जिससे रेफ्रिजरेटर चलाना मुश्किल हो रहा है।
आखिर क्या है इसके पीछे की वजह?
दरअसल मौसम परिवर्तन के कारण पश्चिमी अफ्रीका में गर्मी बढ़ रही है। ना सिर्फ गर्मी सूखा भी इस क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है, जिससे पानी की भी किल्लत हो रही है। इतना ही नहीं, बिजली उत्पादन में कमी भी बर्फ़ की कम उपलब्धता का कारण बन रही है।
कई लोगों की चली गई है जान
माली के कुछ हिस्सों में मार्च महीने से ही तापमान 48 डिग्री तक पहुंचने लग गया है। इस भयंकर गर्मी की वजह से अब तक 100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। खासकर छोटे बच्चे और उम्रदराज लोगों के लिए ये गर्मी और ज्यादा परेशानी का सबब बन रहा है। ऐसा नहीं है कि इस चिलचिलाती गर्मी से सिर्फ माली के लोग परेशान हैं, बल्कि पड़ोस के गिनी, सेनेगल, नाइजीरिया, बुर्किना फासो, चड और निगेड़ जैसे देश भी इसी हालात से गुजर रहे हैं।
आखिर क्यों पड़ रही है इतनी गर्मी?
वर्ल्ड वेदर एट्रिब्यूशन के साइंटिस्ट का मानना है कि, इंसानी गतिविधियों के कारण होनेवाला जलवायु परिवर्तन इस भीषण गर्मी के लिए जिम्मेदार है। संस्था की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, अगर इंसानों ने फॉसिल फ्यूल (डीजल, पेट्रोल और गैस जैसे जीवाश्म ईंधन) को जलाकर इस धरती को गर्म नहीं किया होता, तो माली बुर्किना फासो के इलाके का औसत तापमान 1.4 से 1.5 से कम होता।
लोगों को कोई सुविधा मिल रही है या नहीं?
इस हालात से निपटने के लिए कुछ संगठन लोगों को बर्फ़ और पानी प्रदान कर रहे हैं। सरकार भी बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही है। निश्चित रूप से यह स्थिति माली के लोगों के लिए चिंताजनक है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस देश को मदद करने और गर्मी के प्रभावों को कम करने के लिए काम करने की जरूरत है।
इस मुद्दे पर आपकी क्या राय है? क्या आपने गर्मी के कारण भारी तकलीफ का सामना करने वाले लोगों की मदद करने के लिए कुछ किया है?
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