महाराष्ट्र

Sharvari Shende Wins Gold at Youth Archery 2025: युवा तिरंदाजी चैंपियनशिप में पुणे की शर्वरी शेंडे ने स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास!

Sharvari Shende Wins Gold at Youth Archery 2025: युवा तिरंदाजी चैंपियनशिप में पुणे की शर्वरी शेंडे ने स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास!

Sharvari Shende Wins Gold at Youth Archery 2025: महाराष्ट्र की 16 साल की तीरंदाज शर्वरी सोमनाथ शेंडे ने कनाडा के विनीपेग में हुई विश्व युवा तिरंदाजी चैंपियनशिप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। शर्वरी ने अंडर-18 महिला रिकर्व वर्ग में ये शानदार उपलब्धि हासिल की। उन्होंने फाइनल में दक्षिण कोरिया की किम येवोन को 6-5 से हराया। ये मुकाबला इतना रोमांचक था कि आखिरी पल में शूट-ऑफ तक पहुंच गया। किम ने 9 का स्कोर किया, जबकि शर्वरी ने परफेक्ट 10 लगाकर स्वर्ण अपने नाम किया।

शर्वरी का ये सफर आसान नहीं था। क्वालिफिकेशन में वे 20वीं रैंक पर थीं, लेकिन उन्होंने एक के बाद एक बड़े खिलाड़ियों को हराया। सेमीफाइनल में उन्होंने कोरिया की टॉप सीड किम मिनजियॉन्ग को 7-3 से मात दी। इससे पहले, उन्होंने कतर, यूक्रेन, इंडोनेशिया और अमेरिका की तीरंदाजों को हराकर फाइनल तक का रास्ता बनाया। शर्वरी इस चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली तीसरी भारतीय महिला बनीं। उनसे पहले दीपिका कुमारी और कोमालिका बारी ये कारनामा कर चुकी हैं।

शर्वरी ने सिर्फ व्यक्तिगत स्पर्धा में ही नहीं, बल्कि अंडर-18 महिला रिकर्व टीम इवेंट में भी कांस्य पदक जीता। उनकी टीम में गाथा खडके और जियाना कुमार थीं। इस टीम ने अमेरिका को 6-0 से हराकर कांस्य अपने नाम किया। इसके अलावा, गाथा खडके और अगस्तय सिंह ने अंडर-18 मिक्स्ड रिकर्व इवेंट में चीनी ताइपे को हराकर कांस्य पदक जीता। भारत ने इस चैंपियनशिप में कुल आठ पदक जीते, जिनमें चार स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य शामिल हैं।

महाराष्ट्र के खेल और युवा कल्याण मंत्री माणिकराव कोकाटे ने शर्वरी को वीडियो कॉल के जरिए बधाई दी। उन्होंने शर्वरी की मेहनत और हिम्मत की तारीफ की। कोकाटे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की ओर से भी शर्वरी और अन्य पदक विजेताओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने शर्वरी के कोच कुणाल तावरे से भी बात की और सुबह-सुबह शर्वरी को बधाई देने वाले पहले व्यक्ति रहे।

शर्वरी के अलावा, महाराष्ट्र की एक और तीरंदाज प्रितिका प्रदीप ने दो रजत पदक जीते। सोलापुर की गाथा आनंदराव खडके ने भी कांस्य पदक अपने नाम किया। कोकाटे ने इन सभी खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से महाराष्ट्र और भारत का नाम ऊंचा किया है।

शर्वरी ने अपनी जीत के बाद कहा कि उनका सपना विश्व चैंपियन बनना था। ये उनका आखिरी साल था कैडेट वर्ग में, और उन्होंने इस मौके को पूरी तरह भुनाया। उन्होंने अपने कोच का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने उनसे कहा कि वे आत्मविश्वास रखें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें। शर्वरी ने ये भी कहा कि उन्हें गर्व है कि वे भारत के लिए ये सम्मान लाईं।

#SharvariShende #YouthArchery #MaharashtraPride #WorldArchery #GoldMedal

ये भी पढ़ें: 26 Lakh Ineligible in Ladki Bahin Scheme: महाराष्ट्र की लाडकी बहीन योजना में 4800 करोड़ का घोटाला? 26 लाख अयोग्य, क्या है इस घपले का सच?

You may also like