Voter List Tampering Allegations: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हंगामा मच गया है। महाविकास अघाड़ी (MVA) ने विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है। इस मुद्दे ने राज्य की सियासत को गरमा दिया है। MVA ने एक पत्र के जरिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर वोट चोरी का इल्जाम लगाया है। इस पत्र पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत, शरद पवार गुट के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के हस्ताक्षर हैं।
MVA का दावा है कि BJP ने मतदाता सूचियों में हेराफेरी करने के लिए फॉर्म 6 का डेटाबेस इस्तेमाल किया। इस डेटाबेस के जरिए BJP ने उन मतदाताओं की पहचान की, जो उनके पक्ष में वोट दे सकते थे। इन मतदाताओं के नाम हरे रंग से चिह्नित किए गए, जबकि जो लोग BJP को वोट नहीं दे सकते थे, उनके नाम लाल रंग से हाइलाइट किए गए। इसके बाद इन सूचियों को एक निजी सर्वर और फिर एक मोबाइल ऐप पर अपलोड किया गया।
आरोप है कि BJP ने अपने पक्ष के मतदाताओं के नाम सूची में रखे, जबकि बाकी नाम हटा दिए गए। किसी को शक न हो, इसलिए हर विधानसभा क्षेत्र में करीब 10,000 फर्जी नाम जोड़े गए। MVA ने 13 ऐसी विधानसभा सीटों की सूची जारी की है, जहां वोट चोरी का संदेह है। ये सीटें हैं: शिरडी, चंद्रपुर, आर्वी, कामठी, कोथरुड, गोंदिया, अकोला पूर्व, चिखली, नागपुर, कणकवली, खामगांव, चिमूर और धामणगांव रेलवे।
इससे पहले MVA ने अक्टूबर 2024 में चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मतदाता सूची में संभावित छेड़छाड़ की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। राहुल गांधी ने भी हाल ही में वोट चोरी का मुद्दा उठाया था और BJP पर चुनाव आयोग की मदद से हेराफेरी का आरोप लगाया था। इस मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च भी निकाला।
महाराष्ट्र में यह मुद्दा अब और गरमा गया है। MVA के इस पत्र ने न केवल BJP को निशाने पर लिया है, बल्कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए हैं।
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