मुंगेरीलाल के हसीन सपने: राजनीति में विवादित बयानों और प्रतिक्रियाओं का एक नया दौर शुरू हो गया है। इस बार राहुल गांधी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मामला यह है कि राहुल गांधी ने रायबरेली में कहा कि अगर उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी से चुनाव लड़ती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2-3 लाख वोटों से हार जाते। इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि राहुल गांधी “मुंगेरीलाल के हसीन सपने” देख रहे हैं।
सिंह ने कहा कि अगर प्रियंका गांधी वाड्रा में हिम्मत थी तो वह खुद ही नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़तीं। उन्होंने राहुल को चुनौती दी कि वह रायबरेली सीट खाली कर दें और देख लें कि क्या होता है। सिंह का कहना है कि मोदी के सामने कांग्रेस का कोई भी नेता चुनाव नहीं जीत सकता।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता उदितराज ने राहुल के बयान का समर्थन किया और कहा कि अगर प्रियंका वाड्रा वाराणसी से लड़तीं तो वह 5 लाख से अधिक वोटों से जीत जातीं। उन्होंने इसे एक चूक करार दिया।
इस तरह राजनीतिक दलों के बीच एक बार फिर बयानबाजी शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि चुनाव में ऊपर-नीचे होता रहता है, लेकिन मोदी के सामने कोई नेता नहीं टिक पाता। दूसरी ओर, विपक्ष का दावा है कि मोदी के खिलाफ सही उम्मीदवार होता तो वह हार जाते।
अब देखना होगा कि इस बहस का क्या परिणाम निकलता है। क्या वाकई मोदी को कोई हरा पाएगा या वह अपराजेय बने रहेंगे? राजनीति का ये खेल निरंतर जारी रहेगा।
लेकिन उम्मीद है कि इन बयानों से ज्यादा, हर पार्टी जनता के हितों पर ध्यान देगी। राजनीतिक द्वेष से ज्यादा, एकता और समृद्धि पर ध्यान केंद्रित होगा।