डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। डेनमार्क की दवा कंपनी Novo Nordisk ने भारत में अपनी चर्चित दवा Ozempic को आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए ये दवा लंबे समय से चर्चा में थी, और अब भारतीय बाजार में उपलब्ध होने से मरीजों को एक नया उपचार विकल्प मिला है।
कैसे काम करती है ये दवा?
ओज़ेम्पिक एक इंजेक्शन है जिसे सप्ताह में केवल एक बार ही लेना होता है। इसका सक्रिय तत्व Semaglutide है, जो शरीर में GLP-1 हार्मोन की तरह काम करता है। ये हार्मोन खाने के बाद आंतों से निकलता है और मस्तिष्क को संकेत देता है कि पेट भर चुका है। इसी वजह से भूख कम लगती है और ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
इसके साथ ही ये पाचन की गति को धीमा करता है, जिससे व्यक्ति को लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है। ये डायबिटीज के मरीजों में शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ-साथ वजन घटाने में भी प्रभावी माना जाता है।
भारत में क्या है Ozempic की कीमत?
कंपनी के अनुसार, ये दवा तीन अलग-अलग डोज़ में उपलब्ध होगी – 0.25 mg, 0.5 mg और 1 mg।
0.25 mg डोज़: ₹2,200 प्रति सप्ताह या ₹8,800 प्रति महीना
0.5 mg डोज़: ₹10,170 प्रति महीना
1 mg डोज़: ₹11,175 प्रति महीना
0.25 mg की शुरुआती डोज़ को आमतौर पर नए मरीजों के लिए सुझाया जाता है।
भारत में लॉन्च के पीछे की मंजूरी प्रक्रिया
भारत के केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने अक्टूबर में Ozempic को टाइप 2 डायबिटीज के इलाज के लिए मंजूरी दी थी। अमेरिकी FDA ने इसे पहले ही 2017 में अनुमति दे दी थी, जिसके बाद ये दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हुई और सबसे ज्यादा बिकने वाली दवाओं में शामिल हो गई।
वजन घटाने में क्यों लोकप्रिय है Ozempic?
हालांकि इसे डायबिटीज के इलाज के लिए विकसित किया गया था, लेकिन भूख कम करने वाले प्रभावों के कारण ये ज्यादा वजन वाले लोगों के बीच भी बहुत लोकप्रिय है। ये दवा हाई-कैलोरी फूड की क्रेविंग कम करती है, इंसुलिन रिलीज को बढ़ाती है और ग्लूकोज बनने की प्रक्रिया को नियंत्रित करती है। इसी वजह से कई देशों में लोग इसे वेट लॉस ड्रग के तौर पर गलत तरीके से इस्तेमाल करते पाए गए।
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