Pakistan’s Dangerous Conspiracy: मौजूदा समय में भारत के पड़ोसी देशों में उथल-पुथल मची हुई है। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आतंक कैंप (Terror Camps) के जरिए पाकिस्तान, बांग्लादेश को भारत के खिलाफ मोहरे की तरह इस्तेमाल कर रहा है। ये कैंप बांग्लादेश की सीमा के नजदीक बनाए जा रहे हैं, जहां भारत में घुसपैठ की साजिश रची जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश में कुल 20-22 आतंक कैंप खड़े किए गए हैं। इन कैंपों में हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। खास बात यह है कि इन कैंपों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) फंडिंग कर रही है।
कॉक्स बाजार और रोहिंग्या मुसलमानों का इस्तेमाल
कॉक्स बाजार, बांग्लादेश का एक इलाका, जहां सबसे ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं। यह इलाका अब आतंक की नई फैक्ट्री बनता जा रहा है। रोहिंग्या मुसलमानों की मजबूरी और गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें आतंकवादी गतिविधियों के लिए तैयार किया जा रहा है।
पाकिस्तान ने इस काम के लिए जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) नाम के आतंकी संगठन को 2.8 करोड़ रुपये का फंड दिया है। ये पैसा सऊदी अरब और मलेशिया के जरिए हवाला नेटवर्क से बांग्लादेश पहुंचा। इस फंड का इस्तेमाल आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग के लिए किया जा रहा है।
पाकिस्तान की खतरनाक साजिश (Pakistan’s Dangerous Conspiracy) का अगला पड़ाव बांग्लादेश के हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को अंजाम देना है। इस हिंसा का मकसद भारत की पूर्वोत्तर सीमा पर दबाव बनाना है।
भारत को निशाना बनाने का प्लान
बांग्लादेश में चल रहे इन आतंक कैंपों में छोटे हथियारों से लेकर रॉकेट लॉन्चर्स तक चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके साथ ही, स्लीपर सेल बनाए जा रहे हैं, जिन्हें जासूसी और भारत में आतंकी हमलों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
पाकिस्तान की यह साजिश कश्मीर में असफल हो चुकी है। अब वह भारत के पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल जैसे इलाकों को निशाना बनाना चाहता है। इसके लिए बांग्लादेश की सीमा पर दो पुरानी हवाई पट्टियों को एक्टिवेट किया गया है। ये पट्टियां भारत की सीमा के काफी करीब हैं।
बांग्लादेश का क्या है रोल?
बांग्लादेश की सरकार इस साजिश में सीधे शामिल नहीं है। लेकिन वहां मौजूद आतंकी संगठनों और पाकिस्तान की आईएसआई ने मिलकर यह खेल रचा है। बांग्लादेश की सेना को पाकिस्तान की ओर से फंड और ट्रेनिंग दी जा रही है।
कॉक्स बाजार में रह रहे लाखों रोहिंग्या मुसलमान इस प्रोपेगेंडा का सबसे बड़ा निशाना हैं। गरीबी और भुखमरी की वजह से उन्हें आतंक के इस दलदल में धकेला जा रहा है।
भारत की जवाबी रणनीति
भारत के सुरक्षा बल और विदेश मंत्रालय इस पूरे मामले पर कड़ी नजर रख रहे हैं। जम्मू में अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों पर कार्रवाई शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, भारत ने बांग्लादेश के साथ उच्चस्तरीय वार्ता की योजना बनाई है।
भारत का रुख साफ है। अगर बांग्लादेश ने पाकिस्तान के हाथों की कठपुतली बनने की कोशिश की, तो इसका अंजाम बेहद खतरनाक होगा। भारत की सैन्य ताकत बांग्लादेश से कई गुना ज्यादा है।
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