Parliament Scuffle: 19 दिसंबर 2024 का दिन संसद भवन के इतिहास में एक खास घटनाक्रम के लिए याद किया जाएगा। संसद परिसर में बीजेपी और कांग्रेस सांसदों के बीच ऐसा हंगामा हुआ, जिसने पूरे देश का ध्यान खींच लिया। इस टकराव का केंद्र बने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi), जिन पर बीजेपी सांसदों ने धक्का-मुक्की का आरोप लगाया।
“संसद में हंगामा” (Parliament Scuffle) और “राहुल गांधी विवाद” (Rahul Gandhi Controversy) जैसे मुद्दे सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों की सुर्खियां बन गए।
घटनाक्रम की शुरुआत
सुबह करीब 10 बजे बीजेपी सांसदों ने संसद भवन के मकर द्वार के पास एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। उनकी मांग थी कि कांग्रेस, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का कथित अपमान करने के लिए माफी मांगे। तख्तियां लहराते हुए और मीडिया से बात करते हुए बीजेपी सांसद अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे थे।
कुछ ही समय बाद, प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के सांसदों का एक बड़ा दल भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा। उनके हाथों में अंबेडकर की तस्वीरें और ‘जय भीम’ के नारे गूंज रहे थे। जैसे ही दोनों पक्ष मकर द्वार पर आमने-सामने आए, माहौल तनावपूर्ण हो गया।
कैसे बिगड़े हालात?
सीआईएसएफ के जवान दोनों गुटों को अलग रखने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने बीजेपी सांसदों के बीच से संसद भवन में प्रवेश करने का प्रयास किया। इसी दौरान धक्का-मुक्की शुरू हो गई। बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी अचानक गिर पड़े, उनके सिर से खून बह रहा था। बीजेपी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया।
राहुल गांधी और भाजपा का पक्ष
घटना के तुरंत बाद, पीटीआई का एक वीडियो सामने आया जिसमें राहुल गांधी घायल प्रताप सारंगी के पास जाते हुए दिखाई दिए। हालांकि, बीजेपी नेताओं ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए राहुल गांधी पर गुंडागर्दी और अराजकता फैलाने का आरोप लगाया।
दूसरी ओर, कांग्रेस का दावा था कि बीजेपी सांसदों ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का रास्ता रोकने की कोशिश की। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि राहुल गांधी कभी किसी को धक्का नहीं देंगे।
सांसदों की हालत और कार्रवाई
घटना के बाद बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी को दो टांके लगे, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद घायल सांसदों का हालचाल जाना। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि उन्हें भी बीजेपी सांसदों ने धक्का दिया।
सीसीटीवी फुटेज का महत्व
पूरी घटना मकर द्वार के पास हुई, जो सीसीटीवी कैमरों से लैस है। दोनों पक्ष अपनी-अपनी बातों को सही साबित करने के लिए इन फुटेज पर निर्भर हैं। ये फुटेज ही सच्चाई उजागर कर सकते हैं कि वास्तव में उस दिन क्या हुआ।
संसद में ऐसा क्यों हुआ?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पूरा घटनाक्रम आगामी चुनावों के मद्देनजर दोनों पार्टियों द्वारा एक-दूसरे को घेरने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। एक ओर बीजेपी इस घटना को राहुल गांधी की अराजक छवि बनाने के लिए इस्तेमाल कर रही है, तो दूसरी ओर कांग्रेस इसे दलित अस्मिता और अंबेडकर के सम्मान की लड़ाई के रूप में पेश कर रही है।
“संसद में हंगामा” (Parliament Scuffle) जैसी घटनाएं भारतीय राजनीति में कोई नई बात नहीं हैं। लेकिन यह घटना कई सवाल खड़े करती है कि हमारे जनप्रतिनिधि लोकतांत्रिक मर्यादाओं को कितना समझते और निभाते हैं।
#ParliamentScuffle #RahulGandhiControversy #IndianPolitics #DemocracyInAction #AmbedkarRespect
ये भी पढ़ें: 20 दिसंबर का राशिफल: ग्रहों की चाल से जानें कैसा बीतेगा आपका आज का दिन, कौन सी राशि होगी लाभ में?