मुजरा शब्द के इस्तेमाल पर बोले पवार: हाल ही में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री के भाषण में ‘मुजरा’ शब्द का प्रयोग किया गया, जिस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार ने आलोचना व्यक्त की है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए इस तरह की भाषा का प्रयोग उचित नहीं है।
घटना का विवरण: बिहार में आयोजित एक रैली में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए ‘मुजरा’ शब्द का इस्तेमाल किया। इस शब्द का प्रयोग आमतौर पर नकारात्मक संदर्भ में किया जाता है और इसका अर्थ एक प्रकार का नृत्य प्रदर्शन होता है जो कि पारंपरिक रूप से वेश्याओं द्वारा किया जाता है। इस शब्द का प्रयोग करके प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे अल्पसंख्यक मतदाताओं को लुभाने के लिए उनके सामने ‘मुजरा’ कर रहे हैं।
प्रतिक्रिया: इस बयान पर विपक्षी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राकांपा के शरद पवार ने इसे प्रधानमंत्री के पद के लिए अनुचित बताया है। उनका कहना है कि इस तरह की भाषा का प्रयोग प्रधानमंत्री के पद की गरिमा को कम करता है। इसके अलावा, धीरज शर्मा ने भी शरद पवार का समर्थन करते हुए उनके विचारों का समर्थन किया है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया और विभिन्न न्यूज प्लेटफॉर्म्स पर इस घटना की चर्चा हो रही है। लोग अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं और इस बयान को लेकर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।