मुंबई में समुद्री लुटेरों को लेकर हंगामा मच गया है! 35 लुटेरों को भारतीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया, लेकिन इनमें से सात कहते हैं कि वो बच्चे हैं! कोर्ट भी असमंजस में है क्योंकि अस्पताल के टेस्ट कुछ और ही कहानी बता रहे हैं। अब देखते हैं ये गुत्थी कैसे सुलझती है!
समुद्री लुटेरे जहाजों पर हमला करके लूटपाट करने के लिए बदनाम हैं। अक्सर ये खतरनाक होते हैं। हाल ही में भारतीय एजेंसियों ने एक बड़ी कार्रवाई करके 35 समुद्री लुटेरों को अरब सागर से दबोच लिया। लेकिन मामला तब पेचीदा हो गया जब इनमें से कुछ ने खुद को नाबालिग बताया।
अब सवाल ये है – क्या ये लुटेरे सच में बच्चे हैं? अस्पताल में इनकी हड्डियों का टेस्ट किया गया, जिसके मुताबिक सबकी उम्र 20 साल से ज़्यादा है। पर इनके पास ऐसे कागज़ात हैं, जैसे स्कूल का सर्टिफिकेट वगैरह, जो बताते हैं ये नाबालिग हैं। इनके साथ सोमालिया का दूतावास भी है, जो कहता है कि इन्हें बच्चों वाली अदालत में पेश करना होगा। अब इस पर कोर्ट भी सोच में पड़ गया है!
अदालत को ये पहेली बूझनी है कि क्या सच में ये बच्चे हैं, या फिर झूठ बोलकर बचने की कोशिश कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि ये मामला वाकई पेचीदा है। कई बार गरीब देशों में बच्चों की सही उम्र लिखी नहीं जाती, इसलिए उम्र को लेकर गलतियां भी हो सकती हैं।
पुलिस ने इन लुटेरों का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम किया था। दरअसल, इन्हें पकड़ने के लिए भारतीय नौसेना ने 40 घंटे से भी लंबा ऑपरेशन चलाया था! अस्पताल से छुट्टी मिलते ही, पुलिस ने एक लुटेरे को फिर अपनी गिरफ्त में ले लिया है, और उसकी भी जांच चल रही है।