पीएम मोदी का बचपन और 2002 के बाद छवि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अपने बचपन के अनुभवों और 2002 के बाद अपनी छवि के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि उनका बचपन मुस्लिम पड़ोसियों के साथ बीता और वे ईद के त्योहार को साथ मनाते थे। ईद के दिन उनके घर में खाना नहीं बनता था क्योंकि खाना पड़ोसी मुस्लिम घरों से आता था। उन्होंने यह भी बताया कि उनके कई मुस्लिम दोस्त हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि 2002 के बाद उनकी छवि को जानबूझकर खराब किया गया। उन्होंने इसे विरोधियों की ओर से उनकी और उनकी विचारधारा को मिटाने की कोशिश के रूप में वर्णित किया। उन्होंने वोट बैंक के लिए काम नहीं करने और गलत चीजों को गलत कहने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
जब उनसे ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले लोगों के बारे में पूछा गया, तो पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि उनका इशारा मुस्लिम समुदाय की ओर नहीं था। उन्होंने कहा कि गरीब हिंदू परिवारों में भी यह समस्या है और उन्होंने न तो हिंदुओं का नाम लिया है और न ही मुसलमानों का। उनका कहना था कि लोगों को उतने ही बच्चे पैदा करने चाहिए जिनकी वे देखभाल कर सकें।
पीएम मोदी ने यह भी वादा किया कि वे हिंदू-मुस्लिम के आधार पर भेदभाव नहीं करेंगे और उन्होंने अपने आलोचकों को लेकर कहा कि उनकी गालियों से उन्हें और अधिक शोहरत मिली है। उन्होंने अपने शासन के एजेंडे को विकास के रूप में वर्णित किया और कहा कि उनकी सरकार का एक ही धर्म है – विकास।