प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक रैली के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा। उन्होंने अखिलेश की ‘नई बुआ’ ममता बनर्जी का जिक्र किया और सवाल किया कि क्या अखिलेश ने उनसे पूछा है कि वह पश्चिम बंगाल में उत्तर प्रदेश के लोगों को ‘बाहरी’ क्यों कहती हैं।
उत्तर प्रदेश के भदोही में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछली बुआ (बहन जी मायावती की ओर संकेत करते हुए) ने सपा वालों को पहचान लिया और उन्हें छोड़ दिया। अब उन्होंने बंगाल से एक बुआ लाई है।” उन्होंने आगे कहा, “सपा और तृणमूल कांग्रेस को जोड़ने वाली एकमात्र चीज तुष्टिकरण है। तुष्टिकरण के ठेकेदार भारत की पहचान बदलना चाहते हैं।”
मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर भी कांग्रेस और सपा को घेरा। उन्होंने कहा, “जब राम लला टेंट में थे, क्या आपको दर्द नहीं होता था? आज, भव्य मंदिर हमारी आंखों के सामने है लेकिन ये लोग अभी भी इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के नेता कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है जबकि कांग्रेस के “शहजादे” राहुल गांधी अदालत के आदेश को बदलना चाहते हैं और मंदिर पर ताला लगाना चाहते हैं।
इससे पहले भी मोदी ने चुनावी रैलियों में अक्सर अखिलेश पर निशाना साधा है। उन्होंने कई मौकों पर उनके पिछले गठबंधन भागीदार बसपा प्रमुख मायावती को “बुआ” कहकर संबोधित किया था। अब वह ममता बनर्जी को भी “बुआ” कहकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी इस तरह के बयानों से विपक्षी गठबंधन को कमजोर करने और वोटबैंक को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, विपक्ष इसे अपमानजनक और अनुचित बता रहा है।
कुल मिलाकर, चुनावी मौसम में तंज-कटाक्ष का दौर जारी है। देखना दिलचस्प होगा कि मतदाता इन बयानों की क्या प्रतिक्रिया देते हैं।