चुनावों के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी ना हो, इसके लिए मीरा-भायंदर-वसई विरार (MBVV) की पुलिस पूरी तरह चौकस है। इसी कड़ी में पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडेय ने एक खतरनाक अपराधी मस्तान शेख को गिरफ्तार कर लिया है। शेख पर मारपीट, रंगदारी, और सरकारी कर्मचारियों पर हमले जैसे कई संगीन जुर्म दर्ज हैं।
दरअल विरार का रहने वाला मस्तान शेख अपने इलाके का जाना-माना गुंडा है। बिल्डरों से पैसा वसूलना, छेड़छाड़, तेज़ाब से हमला और हत्या की कोशिश जैसे कई मामले उस पर चल रहे हैं।
क्यों हुई गिरफ्तारी?
विरार पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर ने शेख के पुराने अपराधों की पूरी फाइल बनाई। इसके बाद उन्होंने शेख को MPDA एक्ट के तहत गिरफ्तार करने का प्रस्ताव पुलिस कमिश्नर को भेजा। मामले की गंभीरता समझते हुए, पुलिस कमिश्नर ने शेख की गिरफ्तारी के आदेश दिए और उसे ठाणे की जेल भेज दिया गया।
ये एक्ट क्या है?
MPDA एक्ट के तहत पुलिस को ये अधिकार है कि वो किसी भी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकती है जो इलाके की शांति के लिए खतरा हो। मीरा-भायंदर-वसई विरार पुलिस ने पहली बार किसी अपराधी के खिलाफ इस एक्ट का इस्तेमाल किया है।
चुनाव के मद्देनज़र सख्ती
चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। भगोड़े अपराधियों की धरपकड़ के साथ-साथ, पुलिस ने गुंडों और असामाजिक तत्वों की भी लिस्ट बनाई है ताकि समय रहते उनपर कार्रवाई की जा सके।
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