भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने मंगलवार को ऐलान किया कि वे वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारेंगे। भाकपा के प्रदेश सचिव बिनॉय विश्वम ने बताया कि वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) में शामिल भाकपा के पास वायनाड सीट है और वे यहां अपना उम्मीदवार जरूर खड़ा करेंगे।
कांग्रेस को पूरी आजादी
प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर बिनॉय विश्वम ने कहा कि कांग्रेस को किसी भी क्षेत्र में अपना उम्मीदवार चुनने की पूरी आजादी है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की योजना वायनाड सीट खाली करने की थी, तो राहुल गांधी जैसे बड़े नेता को दक्षिण में लाने की जरूरत नहीं थी।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की योजना
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट रखेंगे और वायनाड सीट छोड़ेंगे। वायनाड सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ेंगी। राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों में वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी, और उन्हें 14 दिनों के अंदर एक सीट खाली करनी थी।
लेफ्ट की रणनीति
भाकपा के वरिष्ठ नेता एनी राजा ने हाल ही में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में वायनाड सीट से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। बिनॉय विश्वम ने स्पष्ट किया कि भाकपा और एलडीएफ ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा हो। वे वायनाड में अपना उम्मीदवार उतारकर मुकाबला करेंगे।
निष्कर्ष
भाकपा ने यह साफ कर दिया है कि वे वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी को वॉकओवर नहीं देंगे और मजबूती से अपना उम्मीदवार उतारेंगे। इससे कांग्रेस और लेफ्ट के बीच मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।
ये भी पढ़ें: रामायण कास्टिंग विवाद: सुनील लहरी के ‘गुस्से भरे ट्वीट्स’ से इंडस्ट्री में हलचल!