पुणे के भीड़-भाड़ वाले जेएम रोड इलाके को दहलाने वाले बम धमाकों के मुख्य आरोपी फिरोज सईद का रविवार को निधन हो गया। सईद को मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तिहाड़ जेल से आर्थर रोड जेल लाए जाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी। 2012 के इन बम धमाकों में कई लोग घायल हुए थे। लंबे समय से जेल में बंद सईद ने पिछले साल अपना जुर्म कबूल करने की कोशिश भी की थी, लेकिन अदालत ने इसे मानने से इनकार कर दिया था।
याद दिला दें कि 1 अगस्त, 2012 को जेएम रोड पर पांच कम तीव्रता के धमाके हुए थे। ये सिलसिलेवार धमाके बेहद सुनियोजित तरीके से किए गए थे। सौभाग्य से जान का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन जनमानस में दहशत फैल गई थी। पुलिस ने मौके से एक बिना फटा बम भी बरामद किया था, जिसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया था।
मामले की जांच कर रहे आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने इस साजिश के पीछे प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (IM) का हाथ बताया था। फिरोज सईद इन धमाकों का मास्टरमाइंड था। पुलिस ने यह भी आरोप लगाया था कि वह IM के सह-संस्थापक रियाज भटकल से ऑनलाइन बात करता था और उसी के इशारे पर इस घटना को अंजाम दिया गया था।
सईद पर हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश (IPC), और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) जैसी गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। साल 2022 में जब सईद नेअपराध कुबूलने की इच्छा ज़ाहिर की तो उसकी याचिका अदालत ने खारिज कर दी थी। इस पूरी घटना को एक आतंकी साजिश का हिस्सा बनाकर देखा जाता है, जो सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बड़ी चुनौती थी।
बताया जा रहा है कि सईद को पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं। उसकी सर्जरी भी हुई थी। उसके भाई ने मृतक के कुछ दिनों से बीमार होने की जानकारी दीहै।