राहुल गांधी ने रायबरेली से अपना नामांकन दाखिल करते हुए इसे अपने लिए एक भावुक पल बताया है। उन्होंने कहा कि उनकी मां, सोनिया गांधी ने उन्हें बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अमेठी और रायबरेली दोनों ही उनके लिए अलग नहीं हैं, दोनों ही उनका परिवार हैं।
कांग्रेस की रणनीति और राहुल की भूमिका
राहुल गांधी का यह नामांकन कांग्रेस पार्टी की रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने अपने नामांकन के समय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उनकी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी की उपस्थिति में इसे दर्ज कराया। राहुल गांधी ने इस अवसर पर अपने समर्थकों से न्याय की जंग में साथ खड़े होने की अपील की और कहा कि वह इस लड़ाई में अपने अपनों की मोहब्बत और आशीर्वाद मांगते हैं।
अमेठी और रायबरेली का महत्व
राहुल गांधी ने अपने नामांकन के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि अमेठी और रायबरेली दोनों ही उनके लिए अलग नहीं हैं, दोनों ही उनका परिवार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह खुश हैं कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
राहुल गांधी का रायबरेली से नामांकन उनके लिए न केवल एक भावुक पल है, बल्कि यह उनके राजनीतिक करियर में एक नया अध्याय भी है। उनकी इस घोषणा ने उनके समर्थकों में नई उम्मीद और उत्साह जगाया है। अब देखना यह होगा कि इस नामांकन का चुनावी परिणामों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।