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महाराष्ट्र में बारिश का कहर, नदियां उफान पर, कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति, कल भी स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश, अब तक 7 की मौत

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महाराष्ट्र में लगातार तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोमवार को तीसरे दिन भी भारी वर्षा के चलते मायानगरी के कई हिस्सों में सड़कों पर जलभराव हो गया। अंधेरी सबवे और लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स जैसे निचले इलाकों में पानी भरने से यातायात बाधित हुआ। हालांकि उपनगरीय रेल सेवाएं पूरी तरह ठप नहीं हुईं, लेकिन 8 से 10 मिनट की देरी से चल रही हैं।

मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार, 19 अगस्त 2025 को मुंबई और उसके उपनगरों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इस वजह से सभी सरकारी, निजी और बीएमसी से जुड़े स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। सोमवार को भी छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए बीएमसी ने दूसरी पाली की कक्षाओं को रद्द कर दिया।

21 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भारी बारिश से उत्पन्न हालात की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विभागीय आयुक्तों और जिला कलेक्टरों के साथ की। उन्होंने निर्देश दिए कि आश्रय स्थलों पर रह रहे नागरिकों को भोजन, स्वच्छ पेयजल और कपड़े प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही सभी जिलों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने को कहा। मौसम विभाग ने 17 से 21 अगस्त तक रत्नागिरी, रायगढ़ और हिंगोली सहित कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है।

अब तक 7 लोगों की मौत
राज्य में अब तक बारिश संबंधी घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो चुकी है। कोंकण क्षेत्र की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं जलगांव में भारी नुकसान की खबर है। छत्रपति संभाजीनगर संभाग में करीब 800 गांव प्रभावित हुए हैं। विदर्भ क्षेत्र में करीब 2 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान होने का अनुमान है।

मुंबई में सोमवार सुबह से सिर्फ आठ घंटों में 170 मिमी बारिश दर्ज की गई। बीएमसी के मुताबिक शहर की 14 जगहों पर जलभराव हुआ, हालांकि केवल दो स्थानों पर यातायात पर बड़ा असर पड़ा। मेट्रो सेवाएँंफिलहाल सुचारू रूप से चल रही हैं, लेकिन रेलवे की हार्बर लाइन पर पानी भरने और तकनीकी खराबी से कुछ रूट प्रभावित हुए।

आईएमडी के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटों में सांताक्रूज वेधशाला में 99 मिमी और कोलाबा में 38 मिमी बारिश दर्ज की गई। लगातार हो रही वर्षा के कारण दृश्यता कम हो गई और वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ी। अंधेरी सबवे, वकोला ब्रिज, खर सबवे और हयात जंक्शन जैसे इलाकों में पानी भरने से यातायात पुलिस को वैकल्पिक मार्गों से वाहन निकालने पड़े।

हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है। अकासा एयर और इंडिगो जैसी कंपनियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि हवाई अड्डे तक पहुँचने के लिए अतिरिक्त समय लेकर घर से निकलें क्योंकि कई मार्गों पर जाम और जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी वर्षा से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है और बड़ी संख्या में पशुओं का नुकसान हुआ है। बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए बीड और नांदेड़ में NDRF व SDRF की टीमें तैनात की गई हैं। पुणे से सेना की विशेष टीम भी नांदेड़ भेजी गई है।

मुंबई के पालक मंत्री आशीष शेलार ने बीएमसी मुख्यालय में आपातकालीन प्रबंधन की बैठक कर एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि घबराएँ नहीं और केवल आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलें।

अगले 10 से 12 घंटे मुंबई और महाराष्ट्र के कई जिलों के लिए बेहद अहम बताए जा रहे हैं। प्रशासन हालात पर लगातार नज़र बनाए हुए है।

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