Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) में भगवान राम के बाल स्वरूप के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने को लेकर विपक्षी दल इंडिया के नेता असमंजस में नजर आ रहे हैं. शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने अपने बयान में कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे.
केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए यूबीटी सेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, “उनके पास एक विज्ञापन प्रणाली है जिसके अनुसार वे काम करते हैं. वे चीजों का विज्ञापन करने में बहुत अच्छे हैं. अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह देश के लोगों का ध्यान वास्तविकता जैसे कि बेरोजगारी, महंगाई, कश्मीर और मणिपुर जैसे मुद्दों से भटकाने का एक तरीका है.”

Ram Mandir (photo Credits: Web)
आगे उन्होंने कहा कि यह सब राजनीति है, कौन बीजेपी के कार्यक्रम में शामिल होना चाहता है? यह कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं है. यह बीजेपी का कार्यक्रम है; यह बीजेपी की रैली है. ‘उसमें पवित्रता कहां है?’…हम (अयोध्या) जाएंगे. बीजेपी का कार्यक्रम खत्म होने के बाद.”
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राऊत ने आगे कहा कि राम मंदिर आंदोलन के लिए शिव सेना ने खून दिया है. बालासाहेब ठाकरे और हजारों शिवसैनिकों ने इसमें योगदान दिया है. देश भर के विपक्षी नेताओं से यह क्यों पूछा जा रहा है कि उन्हें आमंत्रित किया गया है या नहीं? अगर यह कार्यक्रम मंदिर प्रशासन का होता तो राम मंदिर का समारोह अलग होता. वहां बीजेपी सत्ता में है. मुझे लगता है कि भगवान राम का अपहरण हो गया है.”
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के जिन नेताओं को अभिषेक समारोह में आमंत्रित किया गया है, उनमें से किसी ने भी अभी तक अपनी उपस्थिति के लिए प्रतिबद्धता नहीं जताई है. पार्टी सांसद और सीडब्ल्यूसी सदस्य शशि थरूर का कहना है कि चुनाव व्यक्ति पर छोड़ देना चाहिए.































