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मुंबई में नकली पुलिस की ठगी का शिकार बने रियल एस्टेट एजेंट, एमएचबी पुलिस ने 3 आरोपियों को धर दबोचा

मुंबई में नकली पुलिस की ठगी का शिकार बने रियल एस्टेट एजेंट, एमएचबी पुलिस ने 3 आरोपियों को धर दबोचा
मुंबई के बोरीवली पश्चिम में एक रियल एस्टेट एजेंट को नकली पुलिस अधिकारियों द्वारा ब्लैकमेल करके 10 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। एमएचबी पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मुंबई के बोरीवली पश्चिम स्थित आईसी कॉलोनी के निवासी अंकित अग्रवाल, एक रियल एस्टेट एजेंट, के साथ 10 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। तीन आरोपियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उन्हें ब्लैकमेल किया और उनसे मोटी रकम ऐंठ ली। एमएचबी पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

घटना का विवरण: कैसे हुई ठगी?

घटना 22 अगस्त की है जब अंकित अग्रवाल को एक महिला मित्र ने मुलाकात के लिए उषा शेट्टी के घर बुलाया। उषा शेट्टी वही महिला हैं जो उस इलाके में एक फूड स्टॉल चलाती हैं। मुलाकात के बाद जब अंकित शेट्टी के घर से बाहर निकले, तो दो अनजान व्यक्ति उनके पास आए और खुद को पुलिस अधिकारी बताया। उन्होंने अंकित पर महिलाओं के साथ गलत व्यवहार का आरोप लगाया और कहा कि वे उनकी पत्नी को इसकी सूचना देंगे। आरोपियों ने अंकित को धमकाते हुए कहा कि अगर वह उन्हें 15 लाख रुपये नहीं देंगे, तो वे उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाएंगे।

ब्लैकमेलिंग और पैसे की मांग

अंकित ने जब आरोपियों से इस मामले को रफा-दफा करने की विनती की, तो आरोपियों ने 15 लाख रुपये की मांग की। हालांकि, बाद में यह सौदा 10 लाख रुपये में तय हुआ। अंकित ने तुरंत अपने एक दोस्त से पैसे उधार लिए और वह राशि आरोपियों को सौंप दी। पैसे लेने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए।

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

इस घटना के बाद अंकित ने अपने दोस्त को यह पूरा मामला बताया, जिसने उसे पुलिस में शिकायत दर्ज करने की सलाह दी। इसके बाद अंकित ने एमएचबी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान आयुब खान (42) भायंदर से, जितेंद्र पटेल (56) नायगांव से, और सुदर्शन खंडारे (32) भायंदर से की गई है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

नतीजा और सावधानियां

इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि ठगी के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। लोगों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अंजान व्यक्ति पर तुरंत भरोसा नहीं करना चाहिए। खासकर जब बात पुलिस अधिकारियों या किसी सरकारी अधिकारी के नाम पर पैसे मांगने की हो, तो उस पर संदेह करना चाहिए और तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क करना चाहिए।


Brief Introduction

 

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