मुंबई की भाग-दौड़ भरी ज़िंदगी में कभी-कभी कुछ खबरें ऐसी आती हैं, जो दिल को झकझोर कर रख देती हैं। काकाचौकी की जिजामाता नगर की तंग गलियों में मंगलवार को एक ऐसा ही हादसा हुआ। सब्ज़ी की रेहड़ी लगाने वाले पवन कुमार साहू अब कभी अपनी आवाज़ नहीं लगा पाएंगे, और उनका बेटा नितिन कॉलेज के गलियारों में अपने दोस्तों के साथ कभी नहीं दिखेगा। एक स्कूल बस की लापरवाही ने इस परिवार से सब कुछ छीन लिया।
40 वर्षीय पवन और 19 वर्षीय नितिन बाइक पर सवार थे, शायद घर लौट रहे थे या किसी काम से जा रहे थे। अंबेडकर नगर में अचानक एक स्कूल बस से उनकी भिड़ंत हो गई। पुलिस ने बस चालक अरविंद हुमने को गिरफ्तार किया है, पर इससे उन दो ज़िंदगियों की भरपाई नहीं हो सकती जो एक पल में बुझ गईं।
जिजामता नगर में रहने वाले साहू परिवार का गुज़ारा पवन की सब्ज़ी की रेहड़ी से चलता था। नितिन पढ़ाई में होशियार था, और अभी-अभी जूनियर कॉलेज में दाखिला लिया था। घर में शायद उसके अच्छे भविष्य के सपने देखे जा रहे थे। पवन की पत्नी ललती पास की एक फैक्ट्री में काम करती हैं। मंगलवार को अचानक छोटे बेटे का फ़ोन आया, और अस्पताल पहुंचते ही उन्हें ये दुखद खबर मिली। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पवन बस को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहे थे, जिसकी भारी कीमत उन्होंने और उनके बेटे ने चुकाई।
पवन कुमार साहू को अस्पताल पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया गया, जबकि नितिन का इलाज के दौरान निधन हुआ। मस्तिष्क आघात (brain hemorrhage) को साहू की मृत्यु का कारण बताया गया है। इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा और स्कूल बसों द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।