अंधेरी के एक 59 साल के रिटायर्ड बैंक अफसर के साथ बड़ा फर्जीवाड़ा हो गया। जालसाजों ने खुद को सीबीआई वाला बताकर उनको डराया और उनसे पूरे 11.4 लाख रुपये ऐंठ लिए।
यह सब तब शुरू हुआ जब 7 अप्रैल को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने उनसे कहा कि उनका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे हैं।
फर्जी सीबीआई अफसर का धमकी भरा कॉल
इसके बाद, कॉल को एक कथित पुलिस अफसर को ट्रांसफर कर दिया गया। जालसाजों ने उनको स्काइप पर एक और फर्जी सीबीआई वाले से बात भी करवाई। इन लोगों ने रिटायर्ड बैंक वाले को गिरफ्तारी की धमकी दी और उनको कुछ फर्जी दस्तावेज भी दिखाए।
झांसे में आकर 11 लाख गंवाए
इन सब के चक्कर में, तथाकथित ‘वित्तीय जांच’ के नाम पर उनसे 11.4 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए। बाद में जब ये फर्जी लोग और पैसे मांगने लगे, तब जाकर उनको शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
ऐसे घोटाले आम लोगों को डरा-धमका कर उनके साथ किए जाते हैं। साइबर अपराधी अक्सर बड़े अधिकारी या सरकारी संस्था के नाम का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेते हैं।
पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी, जालसाजी, और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।