क्या आपने कभी सुना है कि कोई अपनी साजिश को सच साबित करने के लिए खुद के सीने में गोली प्लांट करवा ले? उत्तर प्रदेश के बरेली में एक ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ पुलिस को बल्कि पूरे शहर को चौंका दिया। एक महिला ने अपहरण, गैंगरेप और फायरिंग की दिल दहला देने वाली कहानी सुनाई, लेकिन जब पुलिस ने इसकी तह तक जाकर जांच की, तो पूरी कहानी झूठी निकली। आइए जानते हैं इस सनसनीखेज घटना की पूरी सच्चाई।
महिला की आपबीती: शुरूआत में सब हैरान
29 मार्च को बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र की एक महिला ने पुलिस को बताया कि वो मेडिकल स्टोर पर दवा लेने गई थी। तभी कार सवार कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। उसने आरोप लगाया कि कार में मौजूद पांच लोगों में से तीन ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर उसे चलती कार से फेंक दिया। इतना ही नहीं, उसने दावा किया कि उसे गोली भी मारी गई। ये सुनकर पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और जांच शुरू कर दी। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, कहानी में कई छेद नजर आने लगे।
पुलिस को हुआ शक, शुरू हुई गहन जांच
बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक ने इस मामले की गहराई से जांच शुरू की। सबसे पहले पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें साफ दिखा कि महिला मेडिकल स्टोर तक खुद ऑटो से गई थी। यानी अपहरण की बात पूरी तरह झूठी थी। इसके बाद जिस जगह गोली मारने की बात कही गई थी, वहां न तो गोली का खोखा मिला और न ही खून के निशान। पुलिस का शक और गहरा हो गया।
खुद के सीने में प्लांट करवाई गोली
जांच में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हुए। पता चला कि महिला ने जिला अस्पताल के कर्मचारी रोहतास, जो उसका रिश्तेदार भी था, से संपर्क किया और अपने सीने में गोली प्लांट करने की साजिश रची। रोहतास ने उसे गोली और खोखा मुहैया कराया। महिला ने पहले जिला अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन जब उन्होंने इनकार कर दिया, तो वो हजियापुर इलाके में एक झोलाछाप डॉक्टर शरीफ खान के पास पहुंची।
शरीफ खान ने 2,500 रुपये लेकर पहले महिला के शरीर को इंजेक्शन से सुन्न किया, फिर पांच रुपये के गर्म सिक्के से चीरा लगाकर गोली अंदर डाल दी। इसके बाद महिला ने अस्पताल में इलाज करवाया, ताकि उसकी कहानी असली लगे। ये सब एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था।
साजिश का मकसद: बदनामी और ब्लैकमेल
जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की और सबूत पेश किए, तो महिला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने ये सारी साजिश शहर के एक नामचीन शख्स को बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए रची थी। उसका मकसद फर्जी अपहरण और गैंगरेप का केस दर्ज कराकर उस शख्स को फंसाना था।
तीन गिरफ्तार, चार फरार
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही जिला अस्पताल के कर्मचारी रोहतास और झोलाछाप डॉक्टर शरीफ खान को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि इस साजिश में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है। अभी चार आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
बरेली की सियासत में हलचल
इस खुलासे के बाद बरेली की राजनीति में भी भूचाल आ गया है। सूत्रों का दावा है कि इस साजिश के पीछे एक बड़े नेता का हाथ हो सकता है। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि सभी दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
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