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सिद्धिविनायक मंदिर के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी का दावा: “मुंबईकर लड़ेगा चुनाव, महायुति लाएगी विकास का उत्तरायण”

सिद्धिविनायक मंदिर के कोषाध्यक्ष पवन त्रिपाठी का दावा: "मुंबईकर लड़ेगा चुनाव, महायुति लाएगी विकास का उत्तरायण"

~हरीश तिवारी

मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) चुनाव की घोषणा होते ही राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है। इसी क्रम में, श्री सिद्धिविनायक मंदिर के कोषाध्यक्ष और मुंबई भाजपा के महामंत्री, आचार्य पवन त्रिपाठी ने चुनाव को लेकर अपना दृष्टिकोण अत्यंत स्पष्टता और विश्वास के साथ सामने रखा है। उनके अनुसार, यह चुनाव केवल राजनीतिक दलों के बीच की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह “आम मुंबईकर” लड़ने वाला है, जो मुंबई के भविष्य और विकास को लेकर संकल्पित है।

आम मुंबईकर बनाम बीएमसी चुनाव
आचार्य त्रिपाठी का मानना है कि इस चुनाव का केंद्र बिंदु स्वयं मुंबई की जनता है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि यह चुनाव कोई दल नहीं, बल्कि “आम मुंबईकर लड़नेवाला है।” यह दिखाता है कि भाजपा और महायुति का उद्देश्य इन चुनावों को एक जन-आंदोलन का रूप देना है, जहां नागरिक खुद को इस प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा मानें।

मकर संक्रांति पर ‘विकास का उत्तरायण’
चुनाव को लेकर उन्होंने एक महत्वपूर्ण रूपक का इस्तेमाल किया है। उनका कहना है कि मुंबई की जनता मकर संक्रांति पर महायुति को अपना मत देकर विकास एवं सुरक्षित मुंबई का उत्तरायण लाएगी।

  • उत्तरायण का महत्व: हिंदू संस्कृति में उत्तरायण को शुभता, प्रगति और सकारात्मक परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है। इस रूपक के माध्यम से, आचार्य त्रिपाठी ने लोगों से अपील की है कि वे महायुति को वोट देकर मुंबई के लिए ‘अच्छे दिनों’ की शुरुआत करें।
  • विकास और सुरक्षा: उनके कथन में विकास के साथ-साथ ‘सुरक्षित मुंबई’ पर भी बल दिया गया है, जो मुंबईकरों की दो सबसे बड़ी प्राथमिकताओं को दर्शाता है।

ट्रिपल इंजन सरकार का विकास मॉडल
आचार्य त्रिपाठी ने मुंबई के हालिया कायाकल्प के लिए ‘ट्रिपल इंजन’ की सरकार—जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी (केंद्र), और मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी (राज्य, जब यह बयान दिया गया) का योगदान शामिल है—की सराहना की है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से उन प्रमुख विकास परियोजनाओं का उल्लेख किया है, जिन्होंने मुंबई का चेहरा बदल दिया है या बदलने जा रही हैं:

  • कोस्टल रोड (Coastal Road): मुंबई के यातायात को सुगम बनाने वाली महत्वपूर्ण परियोजना।
  • अटल सेतु (Atal Setu): देश के सबसे लंबे समुद्री पुल के रूप में जाना जाता है, जो कनेक्टिविटी को नई ऊँचाई देगा।
  • मुंबई मेट्रो (Mumbai Metro): सार्वजनिक परिवहन की रीढ़ बनने वाली विस्तार योजनाएं।

पवन त्रिपाठी का दावा:
आगे के मुंबई के विकास के सभी प्रकल्प चल रहे हैं, जो 2030 तक पूर्ण हो जाएंगे।
यह कथन महायुति कीदूरदर्शिता और एक निश्चित समय सीमा में काम पूरा करनेके संकल्प को दर्शाता है।

सुरक्षा और महापौर का पद
आचार्य त्रिपाठी का मुख्य तर्क है कि विकास के साथ मुंबई की सुरक्षा भी ट्रिपल इंजन की सरकार ही दे सकती है।

  • उनका निष्कर्ष स्पष्ट है: चूँकि केंद्र और राज्य में महायुति (यानी, गठबंधन की सरकार) है, इसलिए नगर पालिका में भी उसी दल का शासन (महायुति का महापौर) होना आवश्यक है, ताकि तालमेल बना रहे और परियोजनाओं को गति मिलती रहे।

    आचार्य पवन त्रिपाठी का बयान मुंबई मनपा चुनाव को केवल स्थानीय निकाय चुनाव तक सीमित नहीं रखता। वह इसे विकास, सुरक्षा और एक राजनीतिक तालमेल का प्रश्न बना देते हैं।

  • उनका संदेश सीधा है: मुंबईकर अपनी प्रगति के लिए महायुति को चुने, ताकि विकास की चल रही लहर निर्बाध रूप से जारी रहे और 2030 तक एक नए, विकसित और सुरक्षित मुंबई का सपना पूरा हो सके।

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