महाराष्ट्र

Sunita Jamgade Border Crossing Probe: पाकिस्तान देखना था मकसद? नागपुर लौटते ही सुनीता गिरफ्तार, कैसे किया बॉर्डर पार, पुलिस करेगी जांच

Sunita Jamgade Border Crossing Probe: पाकिस्तान देखना था मकसद? नागपुर लौटते ही सुनीता गिरफ्तार, कैसे किया बॉर्डर पार, पुलिस करेगी जांच

Sunita Jamgade Border Crossing Probe: नागपुर की सड़कों से लेकर कारगिल की बर्फीली वादियों तक, एक कहानी ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। 43 साल की सुनीता जामगड़े (Sunita Jamgade), जो नागपुर की रहने वाली हैं, ने 14 मई को अपने 13 साल के बेटे को कारगिल के एक होटल में छोड़कर नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर पाकिस्तान में प्रवेश किया। इस घटना ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को चौंकाया, बल्कि यह सवाल भी उठाया कि आखिर एक सामान्य महिला इतना बड़ा जोखिम क्यों लेगी। 23 मई को पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया। नागपुर लौटते ही, कपिलनगर पुलिस ने सुनीता को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। यह नागपुर महिला सीमा पार (Nagpur Woman Border Crossing) की घटना अब एक रहस्यमयी जांच का हिस्सा बन चुकी है।

सुनीता को बुधवार देर रात नागपुर लाया गया। चार सदस्यीय पुलिस टीम, जिसमें दो महिला कांस्टेबल शामिल थीं, उन्हें अमृतसर से ट्रेन के जरिए वापस लाई। रात 12:30 बजे नागपुर पहुंचने के बाद, पुलिस ने मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर उन्हें हिरासत में लिया। गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद, उन्हें 2 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अब न केवल नागपुर पुलिस, बल्कि ATS और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) जैसी एजेंसियां भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं। सुनीता जामगड़े (Sunita Jamgade) के इस कदम ने सुरक्षा और सामाजिक स्तर पर कई सवाल खड़े किए हैं।

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सुनीता के पाकिस्तान में दो लोगों से संपर्क थे। एक का नाम जुल्फिकार बताया जा रहा है, और दूसरा व्यक्ति पाकिस्तान में एक पादरी है। दोनों से उनकी सोशल मीडिया के जरिए बातचीत चल रही थी। सुनीता ने पुलिस को बताया कि वह मणि (जवाहरात) का व्यापार शुरू करना चाहती थी। कभी वह कहती हैं कि उनका बेटा बर्फ देखना चाहता था, इसलिए वे कारगिल गईं। कभी कहती हैं कि उन्हें पाकिस्तान देखने की इच्छा थी, और अनजाने में वे सीमा पार कर गईं। उनके बयान बार-बार बदल रहे हैं, जिससे पुलिस का संदेह और गहरा हो गया है। क्या यह केवल जिज्ञासा थी, या इसके पीछे कोई बड़ा मकसद था? यह सवाल जांच का केंद्र बना हुआ है।

सुनीता का 13 साल का बेटा, जिसे वह कारगिल के हुंदरमान गांव में एक होटल में छोड़ गई थीं, अभी भी वहां चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) की देखरेख में है। स्थानीय लोगों ने बच्चे को अकेला देखकर पुलिस को सूचित किया था, जिसके बाद कर्गिल पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया। बच्चे को अब नागपुर लाया जा रहा है, जहां उसे स्थानीय CWC को सौंपा जाएगा। इस घटना ने एक मां के अपने बच्चे को छोड़कर सीमा पार करने के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं। नागपुर महिला सीमा पार (Nagpur Woman Border Crossing) की यह कहानी न केवल व्यक्तिगत, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी हुई है।

पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुनीता ने इतनी सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद सीमा कैसे पार की। डीसीपी निकेतन कदम ने बताया कि 14 से 23 मई तक सुनीता पाकिस्तानी अधिकारियों की हिरासत में थीं। इस दौरान क्या हुआ, यह जानना जरूरी है। क्या किसी ने उनकी मदद की? क्या वह वाकई अनजाने में सीमा पार गईं, या इसके पीछे कोई सुनियोजित योजना थी? पुलिस अब उनके मोबाइल डेटा की जांच कर रही है ताकि उनकी बातचीत और गतिविधियों का पता लगाया जा सके। सुनीता का कहना है कि वह अस्पताल में काम करने के इरादे से कारगिल गई थीं, लेकिन उनके बयानों में विरोधाभास जांच को और जटिल बना रहा है।

यह पहली बार नहीं है जब सुनीता ने सीमा पार करने की कोशिश की। मार्च 2025 में भी वह अटारी बॉर्डर पर पकड़ी गई थीं, लेकिन तब उनकी मानसिक स्थिति को देखते हुए उन्हें वापस भेज दिया गया था। इस बार, हालांकि, मामला गंभीर हो गया है। ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत दर्ज मामला और ATS की भागीदारी से यह साफ है कि पुलिस कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। सुनीता जामगड़े (Sunita Jamgade) की कहानी ने सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी है। कुछ लोग इसे एक मासूम गलती मान रहे हैं, तो कुछ इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देख रहे हैं।

नागपुर से कारगिल तक का उनका सफर कई सवाल छोड़ गया है। 4 मई को वह अपने बेटे के साथ घर से निकली थीं, यह कहकर कि उन्हें अमृतसर में कोर्ट में पेश होना है। लेकिन इसके बजाय, वह कारगिल पहुंचीं और 9 मई को वहां एक होटल में ठहरीं। फिर, अचानक अपने बेटे को छोड़कर, वह सीमा पार कर गईं। यह सब तब हुआ जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर था, खासकर अप्रैल 2025 के पहलगाम हमले के बाद। ऐसे में, इस नागपुर महिला सीमा पार (Nagpur Woman Border Crossing) की घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क कर दिया है।

#SunitaJamgade #NagpurNews #BorderCrossing #NationalSecurity #MaharashtraPolice

ये भी पढ़ें: Thane Engineer Arrested for Espionage: ठाणे का इंजीनियर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, नौसेना की संवेदनशील जानकारी लीक का मामला

You may also like