Taluka Presidents Appointed in Maharashtra: महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन को मजबूत करने के लिए एक अनोखा और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने तालुका स्तर पर 83 अध्यक्षों की नियुक्ति (Taluka Presidents Appointment) की है, और यह प्रक्रिया पहली बार प्रत्यक्ष साक्षात्कार के जरिए हुई है। इस पहल का नेतृत्व एमपीसीसी अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने किया, जिन्होंने खुद इन साक्षात्कारों को आयोजित किया।
इस नई प्रक्रिया का मकसद मेहनती और कुशल जमीनी कार्यकर्ताओं को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ देकर उन्हें सशक्त बनाना (Empower Grassroots Workers) है। इस कदम को पार्टी कार्यकर्ताओं ने खूब सराहा है। इसे कांग्रेस के कैडर में नई ऊर्जा और उत्साह लाने वाला कदम माना जा रहा है। पूरे महाराष्ट्र में कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है, और वे इस बदलाव को संगठन की ताकत के रूप में देख रहे हैं।
इस नियुक्ति प्रक्रिया की शुरुआत तब हुई, जब कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय नेताओं के साथ चर्चा की और तालुका अध्यक्षों के लिए उपयुक्त नामों की सिफारिश की। इन सिफारिशों के आधार पर, हर्षवर्धन सपकाल की अध्यक्षता में एक विशेष चयन समिति ने साक्षात्कार आयोजित किए। इस समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल थे, जैसे बलासाहेब थोरात, जो केंद्रीय कार्य समिति के सदस्य हैं, विधायक विजय वडेट्टीवार, जो विधानसभा में कांग्रेस के नेता हैं, और विधान परिषद में कांग्रेस के समूह नेता सतेज उर्फ बंटी पाटिल। इसके अलावा, नसीम खान, चंद्रकांत हंडोरे, प्रणति शिंदे, एआईसीसी सचिव बी.एम. संदीप और कुनाल चौधरी, साथ ही एमपीसीसी उपाध्यक्ष गणेश पाटिल भी इस समिति का हिस्सा थे।
इस प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने के लिए, समिति ने कार्यकर्ताओं की मेहनत, समर्पण और प्रदर्शन को आधार बनाया। गणेश पाटिल ने बताया कि यह चयन प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। बाकी बचे तालुकाओं में भी जल्द ही नियुक्तियाँ की जाएँगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और योग्यता आधारित है। इसका मुख्य लक्ष्य जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को संगठन में आगे लाना है, ताकि पार्टी की नींव और मजबूत हो।
इन नियुक्तियों का दायरा महाराष्ट्र के कई जिलों तक फैला है। अकोला में आठ, बुलढाना में उन्नीस, चंद्रपुर में दो, जलगाँव में आठ, सिंधुदुर्ग में एक, उल्हासनगर में एक, रत्नागिरी में छह, ठाणे शहर में तीन, ठाणे ग्रामीण में पाँच, अहिल्यानगर में तीन, सांगली में दो, पुणे में दो, सोलापुर में एक, अमरावती में दो, धाराशिव में एक, जलना में सात, हिंगोली में दो, छत्रपति संभाजीनगर में छह, बीड में तीन और यवतमाल में एक तालुका अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। यह व्यापक कवरेज दर्शाता है कि कांग्रेस पूरे राज्य में अपने संगठन को पुनर्जनन देने के लिए कितनी गंभीर है।
यह पहल कांग्रेस की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पार्टी स्थानीय स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। तालुका अध्यक्षों की नियुक्ति (Taluka Presidents Appointment) के जरिए पार्टी ने उन कार्यकर्ताओं को मौका दिया है, जो लंबे समय से जमीनी स्तर पर मेहनत कर रहे हैं। इस कदम से न केवल संगठन में नई जान आएगी, बल्कि यह कार्यकर्ताओं को यह विश्वास भी दिलाएगा कि उनकी मेहनत को पार्टी में सम्मान और जगह मिल रही है।
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