महाराष्ट्र में बेरोजगारी और महंगाई की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। राज्य में जल्द ही सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित हो सकते हैं, जिससे पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। राज्य सरकार तीन कंपनियों के साथ इस संबंध में बातचीत कर रही है। यह जानकारी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी।
तीन कंपनियों से बातचीत: फडणवीस ने बताया कि सरकार राज्य में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए तीन कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है। वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ नागपुर के बुटीबोरी क्षेत्र में होरिबा इंडिया की नई विनिर्माण इकाई के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। होरिबा इंडिया, जापानी कंपनी होरिबा लिमिटेड की सहायक कंपनी है।
पुणे और नागपुर में यूनिट्स: फडणवीस ने पुणे और नागपुर में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए होरिबा के चेयरमैन अतुशी होरिबा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार नागपुर में सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने के लिए होरिबा सहित तीन कंपनियों से बातचीत कर रही है और इसके लिए जमीन भी आरक्षित की जाएगी।
नागपुर में 200 करोड़ रुपये का निवेश: इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने भी होरिबा इंडिया को नागपुर में प्लांट शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। होरिबा इंडिया ने बताया कि नागपुर प्लांट में 200 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और यह भारत में 30,000 से अधिक डायग्नोस्टिक लैब और अस्पतालों को सेवाएं देगा।
वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट का स्थानांतरण: 2022 में वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट के महाराष्ट्र से गुजरात स्थानांतरित होने पर शिंदे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ा था। फॉक्सकॉन ने फरवरी 2022 में वेदांता के साथ साझेदारी की थी और इसका प्लांट पुणे में स्थापित होने वाला था, लेकिन यह प्रोजेक्ट गुजरात में चला गया। इससे महाराष्ट्र में करीब दो लाख लोगों को नौकरी मिल सकती थी। इसके बाद शिंदे सरकार को टाटा-एयरबस विमान प्रोजेक्ट से भी हाथ धोना पड़ा, जो भी गुजरात में स्थानांतरित हो गया।
महाराष्ट्र में सेमीकंडक्टर प्लांट की स्थापना से राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
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