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संभाजी नगर में तनाव: औरंगजेब की कब्र तोड़ने जा रहे थे कल्किराम महाराज, पुलिस ने रोका

संभाजी नगर
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संभाजी नगर: महाराष्ट्र के संभाजी नगर (औरंगाबाद) में एक बार फिर विवाद की स्थिति बन गई है। आदिनाथ संप्रदाय के पीठाधीश्वर और हिंदू जोड़ो यात्रा के प्रमुख कल्किराम महाराज ने औरंगजेब की कब्र तोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें शहर में प्रवेश करने से रोक दिया। संभाजी नगर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इस मामले में नोटिस जारी कर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। इस घटना ने राज्य में हिंदुत्व और इतिहास को लेकर बहस को फिर से गरमा दिया है।

पुलिस ने क्यों रोका?
कल्किराम महाराज औरंगजेब की कब्र को तोड़ने के लिए संभाजी नगर की ओर बढ़ रहे थे। उनकी इस घोषणा के बाद प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत कदम उठाया। संभाजी नगर एसपी ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए शहर में प्रवेश करने से मना कर दिया। पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से क्षेत्र में तनाव और अशांति फैल सकती है, जिसे रोकना उनकी प्राथमिकता है।

कल्किराम महाराज का सरकार पर हमला
कल्किराम महाराज ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “हिंदू और हिंदुत्व विरोधी औरंगजेब की कब्र को सरकार क्यों संरक्षण दे रही है? हम इसे जरूर तोड़ेंगे।” उनका मानना है कि औरंगजेब ने मराठा और मराठी अस्तित्व को खत्म करने की कोशिश की थी, इसलिए उसका नाम न सिर्फ इतिहास की किताबों से, बल्कि महाराष्ट्र की धरती से भी मिटा देना चाहिए। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने अभियान को और तेज करेंगे।

औरंगजेब की कब्र का विवाद
औरंगजेब की कब्र, जो संभाजी नगर के खुल्दाबाद इलाके में स्थित है, लंबे समय से विवाद का विषय रही है। कुछ लोग इसे ऐतिहासिक धरोहर मानते हैं, जबकि हिंदुत्ववादी संगठन इसे मराठा इतिहास पर हमले का प्रतीक बताते हैं। कल्किराम महाराज का ये बयान इस बहस को और हवा दे रहा है।

आगे क्या होगा?
पुलिस ने साफ कर दिया है कि कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। दूसरी ओर, कल्किराम महाराज के समर्थकों का कहना है कि वे अपने नेता के साथ खड़े हैं और इस मुद्दे को लेकर आंदोलन जारी रखेंगे। इस घटना के बाद संभाजी नगर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।

ये मामला इतिहास, संस्कृति और कानून के बीच एक जटिल बहस को जन्म दे रहा है। क्या औरंगजेब की कब्र को संरक्षित करना चाहिए या इसे हटाना उचित है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।

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