महाराष्ट्रमुंबई

Tensions in Mahayuti: महायुति में फूट या स्वास्थ्य का मामला, एकनाथ शिंदे क्यों पहुंचे अपने गांव?

Tensions in Mahayuti: महायुति में फूट या स्वास्थ्य का मामला, एकनाथ शिंदे क्यों पहुंचे अपने गांव?
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर गहराया सस्पेंस: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। महायुति में तनाव (Tensions in Mahayuti) की खबरों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के अचानक अपने पैतृक गांव जाने से सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेद की अटकलें तेज हो गई हैं।

सूत्रों के अनुसार, भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच गठबंधन को लेकर वार्ताएं अंतिम चरण में हैं। लेकिन, शिंदे का बैठक से दूरी बनाना सवाल खड़े कर रहा है।


शिंदे के गांव जाने का क्या मतलब?

गुरुवार रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद एकनाथ शिंदे ने सकारात्मक बातचीत की बात कही थी। इसके बावजूद, शुक्रवार को मुंबई में होने वाली महायुति की अहम बैठक को स्थगित कर दिया गया। शिंदे के अचानक सतारा जिले में अपने पैतृक गांव जाने से सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह महाराष्ट्र सरकार गठन विवाद (Maharashtra government formation issues) से नाराज हैं।

शिवसेना नेता उदय सामंत ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि शिंदे स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं और इसलिए आराम के लिए अपने गांव गए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिंदे नई सरकार का हिस्सा जरूर होंगे।


कौन बनेगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री?

भाजपा के पास 132 सीटों के साथ महाराष्ट्र विधानसभा में मजबूत स्थिति है। पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम आगे बढ़ाया है। वहीं, एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया है।

हालांकि, खबरें यह भी हैं कि शिंदे इस प्रस्ताव से सहमत नहीं हैं और अपने बेटे श्रीकांत शिंदे को इस पद के लिए आगे बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। शिवसेना के भीतर भी इस मामले पर चर्चाएं जारी हैं। पार्टी नेता संजय शिरसाट ने कहा कि यदि शिंदे डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते, तो शिवसेना से किसी अन्य नेता को यह जिम्मेदारी दी जाएगी।


महायुति की बैठक और शपथ ग्रहण की तैयारी

नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान या महालक्ष्मी रेसकोर्स में होने की संभावना है। महायुति की बैठक अब रविवार को होगी, जिसमें सभी प्रमुख नेता जैसे देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार, और भाजपा-एनसीपी के शीर्ष नेता शामिल होंगे।

गठबंधन की यह बैठक तय करेगी कि किस दल को कौन-से मंत्रालय दिए जाएंगे और सरकार की प्राथमिकताएं क्या होंगी।


शिंदे की भूमिका: क्या बदलेगा समीकरण?

एकनाथ शिंदे ने पहले ही यह बयान दिया था कि वह सरकार गठन में बाधा नहीं बनेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के फैसलों का पालन करने की बात कही थी। लेकिन, उनकी मौजूदा गतिविधियों ने स्थिति को और पेचीदा बना दिया है।

शिवसेना और भाजपा के कुछ नेताओं का मानना है कि शिंदे के स्वास्थ्य और व्यक्तिगत कारणों को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही हैं, वे सही नहीं हैं। भाजपा नेतृत्व ने फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।


#MaharashtraPolitics #EknathShinde #MahayutiTensions #DevendraFadnavis #GovernmentFormation

ये भी पढ़ें: आज का दिन (30 नवंबर 2024) का ज्योतिषीय विश्लेषण: कौन सी राशि को मिलेगा लाभ?

You may also like