बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई और 35 से ज्यादा घायल हो गए। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मृतकों के परिवारों को मुआवजे की घोषणा की गई है।
जहानाबाद: मंदिर में भगदड़ से 7 की मौत, दर्जनों घायल
बिहार के जहानाबाद जिले में एक दर्दनाक घटना ने सभी को हिलाकर रख दिया। 12 अगस्त, 2024 की रात करीब 1 बजे, बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में अचानक भगदड़ मच गई। इस हादसे में 7 लोगों की जान चली गई, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं। साथ ही, 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
मखदुमपुर प्रखंड के वाणावर पहाड़ पर स्थित यह मंदिर सावन के महीने में बहुत मशहूर है। हर साल हजारों भक्त यहां शिव की पूजा करने आते हैं। इस बार भी सावन के आखिरी सोमवार पर भारी भीड़ जमा हुई थी। रात भर से ही लोग कतार में खड़े थे।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, अचानक भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान कई लोग गिर गए और दूसरे लोग उन पर चढ़ गए। इससे कई लोगों की सांस घुटने लगी और वे बेहोश हो गए।
जैसे ही खबर फैली, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि कई लोगों की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिसकर्मी भी मौजूद नहीं थे।
बिहार के मुख्यमंत्री ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही, घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी।
यह घटना पिछले महीने उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ की याद दिलाती है, जिसमें 120 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। ये घटनाएं बताती हैं कि बड़े धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर साल यहां भीड़ बढ़ती जा रही है, लेकिन सुविधाएं उतनी नहीं बढ़ी हैं। वे मांग कर रहे हैं कि सरकार इस ओर ध्यान दे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
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