मुंबई

Thane Engineer Arrested for Espionage: ठाणे का इंजीनियर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, नौसेना की संवेदनशील जानकारी लीक का मामला

Thane Engineer Arrested for Espionage: ठाणे का इंजीनियर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, नौसेना की संवेदनशील जानकारी लीक का मामला

Thane Engineer Arrested for Espionage: मुंबई का ठाणे शहर, जहां की हलचल और भागदौड़ हर दिन नई कहानियां गढ़ती है, एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वजह है एक गंभीर जासूसी कांड (Espionage Case), जिसमें महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने 27 साल के एक इंजीनियर को गिरफ्तार किया। रविंद्र मुरलीधर वर्मा, जो एक निजी कंपनी क्रास्नी डिफेंस टेक्नोलॉजीज में जूनियर मैकेनिकल इंजीनियर के तौर पर काम करते थे, पर भारतीय नौसेना के गोपनीय दस्तावेजों को पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों को देने का आरोप है। यह कंपनी भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के जहाजों की मरम्मत और रखरखाव का काम करती है। इस घटना ने न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए, बल्कि सोशल मीडिया की गहरी पहुंच और इसके खतरों को भी उजागर किया।

वर्मा को ठाणे इंजीनियर जासूसी गिरफ्तारी (Thane Engineer Espionage Arrest) के तहत बुधवार को हिरासत में लिया गया। ATS के अनुसार, वर्मा ने नवंबर 2024 से मार्च 2025 तक नौसेना के युद्धपोतों और पनडुब्बियों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी व्हाट्सएप के जरिए साझा की। इनमें जहाजों की खराबी से जुड़े दस्तावेज और उनके परिचालन की स्थिति शामिल थी। वर्मा को नौसेना के गोपनीय डॉकयार्ड क्षेत्रों में प्रवेश की अनुमति थी, जिसका दुरुपयोग उन्होंने किया। इस खुलासे ने यह सवाल उठाया कि कैसे एक युवा इंजीनियर, जिसके पास इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी, जासूसी के जाल में फंस गया।

ATS के सूत्रों ने बताया कि वर्मा को दो पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों ने फेसबुक पर फर्जी पहचान के साथ संपर्क करके फंसाया। इन एजेंटों ने खुद को महिलाओं के रूप में पेश किया और वर्मा के साथ ऑनलाइन रिश्ता बनाया। उन्होंने वर्मा की कंपनी और नौसेना के डॉकयार्ड से जुड़ी जानकारी हासिल करने के लिए उनकी नौकरी के बारे में उत्सुकता दिखाई। वर्मा, जो शायद इस रिश्ते को सच्चा मान बैठे थे, ने इन एजेंटों के साथ बातचीत शुरू की और धीरे-धीरे गोपनीय जानकारी साझा कर दी। यह जासूसी कांड (Espionage Case) सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का एक जीता-जागता उदाहरण है, जहां भावनाओं का फायदा उठाकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला गया।

वर्मा ने नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों की मरम्मत और उन्नयन से जुड़ी जानकारी साझा की, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद संवेदनशील थी। ATS ने खुलासा किया कि वर्मा ने फेसबुक पर इन एजेंटों से बातचीत शुरू की और बाद में व्हाट्सएप पर चैट करने लगे। उन्होंने सोचा कि वह दो अलग-अलग महिलाओं के साथ रिश्ते में हैं और जल्द ही उनसे मिलेंगे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि दोनों ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंट थे। एक मामले में, वर्मा ने एक एजेंट को जहाजों की मरम्मत की स्थिति और खराबी की रिपोर्ट भेजी, जो सामान्य बातचीत के बहाने मांगी गई थी।

यह सब तब सामने आया जब खुफिया एजेंसियों ने ATS को इस बारे में सूचना दी। इसके बाद, ATS ने वर्मा की गतिविधियों पर नजर रखी और सबूत जुटाने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया। ठाणे इंजीनियर जासूसी गिरफ्तारी (Thane Engineer Espionage Arrest) के तहत वर्मा पर ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 की धारा 3(1)(b) और 5(a) के साथ-साथ भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। इन धाराओं में संवेदनशील सरकारी जानकारी को गैरकानूनी ढंग से साझा करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप शामिल है। वर्मा को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 2 जून तक ATS की हिरासत में भेज दिया गया।

ATS अब वर्मा के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने और कितनी जानकारी साझा की। जांच में यह भी सामने आया कि पाकिस्तानी एजेंटों ने वर्मा को निशाना बनाने से पहले उनकी पृष्ठभूमि की गहरी छानबीन की थी। वर्मा ने सोशल मीडिया पर अपनी नौकरी का जिक्र किया था, जिसका फायदा इन एजेंटों ने उठाया। यह घटना उन खतरों को रेखांकित करती है, जो सोशल मीडिया के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं।

मुंबई जैसे शहर में, जहां नौसेना का डॉकयार्ड राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इस तरह की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। नौसेना के नियमों के अनुसार, डॉकयार्ड में मोबाइल फोन ले जाना सख्त मना है, लेकिन वर्मा ने इन नियमों का उल्लंघन किया। इस जासूसी कांड (Espionage Case) ने यह भी दिखाया कि कैसे विदेशी खुफिया एजेंट सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके संवेदनशील जानकारी हासिल कर सकते हैं। ATS ने दो पाकिस्तानी एजेंटों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है, जो इस साजिश के पीछे थे।

#MaharashtraATS #EspionageCase #ThaneArrest #NavalSecurity #NationalSecurity

ये भी पढ़ें: Western Railway Clears Encroachment: बांद्रा में वेस्टर्न रेलवे की बड़ी कार्रवाई, तानसा पाइपलाइन के पास 45 झुग्गियां हटाईं

You may also like