सेंट्रल रेलवे ने बिना टिकट यात्रा करने वालों पर ऐसा शिकंजा कसा है कि रेलवे का खज़ाना ही भर गया! पूरे देश में सबसे ज़्यादा टिकट चोर पकड़ते हुए सेंट्रल रेलवे ने 300 करोड़ रुपए से भी अधिक जुर्माना वसूला है। सख्ती का ये आलम है कि अकेले मुंबई डिवीज़न में 115 करोड़ रुपए वसूल लिए गए!
आमतौर पर लोग टिकट ना लेने के चक्कर में कुछ रुपए बचाने की सोचते हैं, लेकिन सेंट्रल रेलवे के टिकट चेकर्स के सामने ये चालबाज़ी नहीं चलती। पिछले साल लगभग पचास लाख (46 लाख से ज़्यादा!) बिना टिकट यात्री पकड़े गए, जिससे रेलवे के खज़ाने में सीधे 300 करोड़ रुपए जमा हो गए।
रेलवे में बिना टिकट घूमना अब महंगा पड़ रहा है और इसका सबसे बड़ा सबूत सेंट्रल रेलवे की यह सफलता है। मुंबई, भुसावल, नागपुर, सोलापुर, पुणे – हर जगह रेलवे कर्मचारी पूरी मुस्तैदी से टिकट जांच रहे हैं। इतना ही नहीं, कुछ टिकट चेकर्स ने तो एक करोड़ से भी ज़्यादा का जुर्माना वसूला है।
रेलवे के इस कदम से ना सिर्फ़ आम यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिल रही है, बल्कि रेलवे को भी घाटे से उबरने में मदद मिल रही है।
सेंट्रल रेलवे की इस कामयाबी से साफ है कि टिकट चेकिंग का काम बहुत ज़रूरी है। ना सिर्फ़ यात्रियों की ईमानदारी की जांच होती है, बल्कि रेलवे की आमदनी भी बढ़ती है। सेंट्रल रेलवे की यह पहल पूरे देश की रेल सेवाओं के लिए एक मिसाल बन सकती है।
रेलवे के अनुसार, कई महिला टिकट चेकर्स ने भी इस काम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। कुछ टिकट निरीक्षकों, जैसे सुनील नैनानी ने तो करोड़ों रुपए का जुर्माना वसूला है, जो इनकी मेहनत और रेलवे की सख्ती को दर्शाता है।