देश-विदेश

Tirupati laddu scam: भोले बाबा डेयरी के नाम पर बड़ा खेल, घी की जगह चर्बी और मिलावट का खुलासा, 4 गिरफ्तार

Tirupati laddu scam: भोले बाबा डेयरी के नाम पर बड़ा खेल, घी की जगह चर्बी और मिलावट का खुलासा, 4 गिरफ्तार

Tirupati laddu scam: आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर का पवित्र लड्डू प्रसाद पूरे देश में प्रसिद्ध है। श्रद्धालु इसे आस्था का प्रतीक मानते हैं और इसे पवित्रता और शुद्धता के साथ ग्रहण करते हैं। लेकिन जब यह खबर सामने आई कि मंदिर के लड्डुओं में घी की जगह फिश ऑयल और जानवरों की चर्बी वाला तेल मिलाया गया, तो पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई।

लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि क्या धार्मिक स्थलों पर भी मिलावटखोरी का गंदा खेल चल रहा है? आखिर ऐसा कौन कर सकता है और इसके पीछे किसका हाथ है? इस मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) की एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई। अब इस घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है और चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

कैसे हुआ तिरुपति लड्डू घोटाला?

CBI की जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सभी को हैरान कर दिया। भोले बाबा डेयरी नाम की एक कंपनी का नाम सामने आया, जिसके जरिए यह घी सप्लाई घोटाला किया गया। इस घोटाले में वैष्णवी डेयरी, एआर डेयरी, प्रीमियर एग्री फूड्स और अल्फा मिल्क फूड्स जैसी कंपनियां भी शामिल पाई गईं।

जांच में पता चला कि वैष्णवी डेयरी ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किया। फिर, इस डेयरी ने फर्जी दस्तावेजों और मोहरों का इस्तेमाल कर यह दिखाया कि घी भोले बाबा डेयरी से खरीदा जा रहा है। लेकिन असल में भोले बाबा डेयरी के पास इतनी बड़ी मात्रा में घी की सप्लाई करने की क्षमता ही नहीं थी।

यह साफ हो गया कि पूरी सप्लाई चेन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां थीं। मंदिर को दिए जाने वाले घी में फिश ऑयल और जानवरों की चर्बी वाला तेल मिलाया गया, जो न सिर्फ धोखाधड़ी थी, बल्कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ था।

कौन-कौन गिरफ्तार हुआ और कैसे पकड़े गए?

इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो लोग भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन हैं। इनके अलावा, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन को भी गिरफ्तार किया गया है।

CBI ने इन चारों को तब पकड़ा, जब जांच में यह सामने आया कि घी की आपूर्ति से जुड़ी हर प्रक्रिया में हेराफेरी की गई थी। वैष्णवी डेयरी ने फर्जी टेंडर से लेकर घी की आपूर्ति तक हर स्तर पर घोटाला किया था। श्रद्धालुओं को दिए जाने वाले लड्डूओं में मिलावट करके लाखों रुपये का मुनाफा कमाया जा रहा था।

श्रद्धालुओं में गुस्सा, सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग

जब से यह खुलासा हुआ है, श्रद्धालुओं में गुस्सा देखने को मिल रहा है। लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि क्या अब मंदिरों का प्रसाद भी सुरक्षित नहीं रहा? कई श्रद्धालुओं ने सरकार से मांग की है कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।

कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर प्रशासन को भी इस मामले में जवाब देना चाहिए। आखिर मंदिर बोर्ड ने इस घोटाले को समय पर क्यों नहीं पकड़ा? क्या मंदिर प्रशासन को इस गड़बड़ी की भनक तक नहीं लगी? या फिर वे भी इस घोटाले का हिस्सा थे?

कैसे खुला यह पूरा मामला?

तिरुपति लड्डू घोटाले की खबर सबसे पहले तब फैली जब कुछ श्रद्धालुओं को प्रसाद के लड्डू का स्वाद अलग लगा। जब इसकी जांच कराई गई, तो यह सामने आया कि इसमें इस्तेमाल किए गए घी की गुणवत्ता ठीक नहीं थी। इसके बाद मामला तेजी से बढ़ा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस घोटाले को उजागर किया।

नायडू ने यह आरोप लगाया कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पिछली सरकार के दौरान इस मिलावटखोरी को बढ़ावा दिया गया था। इस बयान के बाद पूरा मामला राजनीतिक रंग लेने लगा और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी गई।

सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2024 में CBI को इस मामले की जांच के आदेश दिए। नवंबर में पांच सदस्यीय SIT का गठन किया गया, जिसमें आंध्र प्रदेश पुलिस और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अधिकारी भी शामिल थे।

अब जब जांच पूरी हो चुकी है, तो CBI ने इस घोटाले का पर्दाफाश कर दिया और चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या अब लड्डू में शुद्ध घी का इस्तेमाल होगा?

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या भविष्य में श्रद्धालुओं को शुद्ध घी से बने लड्डू मिलेंगे?

आंध्र प्रदेश सरकार ने यह घोषणा की है कि अब से तिरुपति लड्डू में सिर्फ शुद्ध घी का ही इस्तेमाल किया जाएगा। सभी घी सप्लायर्स की कड़ी जांच होगी और सिर्फ उन्हीं कंपनियों को टेंडर मिलेगा, जो पूरी तरह से प्रमाणित होंगी।

क्या मंदिर प्रशासन पर भी होगी कार्रवाई?

अभी तक CBI को मंदिर प्रशासन की मिलीभगत के सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन इस मामले में मंदिर अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

अगर जांच में यह पाया जाता है कि मंदिर बोर्ड को पहले से इस गड़बड़ी की जानकारी थी, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।

Tirupati laddu scam: श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने वालों को मिलेगी कड़ी सजा?

तिरुपति लड्डू घोटाले ने पूरे देश में हलचल मचा दी है। श्रद्धालु इस बात से बेहद आहत हैं कि धार्मिक आस्था से जुड़े प्रसाद में भी भ्रष्टाचार किया गया।

CBI की जांच में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और इस मामले में जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। सरकार ने यह आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी।

अब देखना यह होगा कि क्या इस घोटाले के मास्टरमाइंड तक पहुंचा जाएगा और क्या सभी दोषियों को उनके गुनाह की सजा मिलेगी?


#TirupatiLadduScam #TirupatiBalaji #CBIInvestigation #ReligiousFraud #AndhraPradesh

ये भी पढ़ें: 10 फरवरी 2025: आज का दिन कैसा रहेगा? जानें अपनी राशि का भविष्य

You may also like