मुंबई में टॉप अफसरों के तबादले का मामला उलझ गया है। पुणे में तो सब हो गया, लेकिन बीएमसी में अफसरों के तबादले को लेकर सरकार और चुनाव आयोग आमने-सामने हैं।
दरअसल, इकबाल सिंह चाहल, जो बीएमसी के आयुक्त हैं, वो तीन साल से ज्यादा समय से इस पद पर हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि नियमों के मुताबिक, तीन साल से ज्यादा समय बिताने वाले अफसरों का तबादला होना चाहिए।
लेकिन सरकार चाहल और अन्य वरिष्ठ अफसरों को तबादला नहीं करना चाहती। उनका तर्क है कि मानसून की तैयारी चल रही है और इन अफसरों को हटाने से काम में बाधा आएगी।
लेकिन चुनाव आयोग सरकार की बात मानने को तैयार नहीं है। पहले भी सरकार ने छूट मांगी थी, लेकिन आयोग ने खारिज कर दिया था। अब फिर सरकार ने दूसरी बार छूट मांगी है, तो देखना होगा कि आयोग इस बार क्या फैसला लेता है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर लोग इस मामले को लेकर अलग-अलग राय दे रहे हैं। कुछ लोग सरकार का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ लोग चुनाव आयोग की बात मानने की सलाह दे रहे हैं।
भिड़े को 2022 में मुंबई मेट्रो रेल निगम की MD बनाया गया था, लेकिन तट मार्ग परियोजना पूरी करने के लिए अभी भी बीएमसी में अपर आयुक्त हैं।
वेलरसु, जो अपर आयुक्त (परियोजनाएं) हैं, उन्हें 2020 में बीएमसी में तैनात किया गया था।