फिल्मी दुनिया की चमक-दमक के पीछे कई बार बहुत कुछ छिपा होता है। हाल ही में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एक अभिनेत्री ने कुछ बड़े अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्या है पूरा मामला और इसके क्या हो सकते हैं नतीजे।
क्या है पूरा मामला?
एक मलयालम अभिनेत्री ने सोमवार को चार बड़े अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2008 से 2013 के बीच उनके साथ कई बुरी घटनाएं हुईं। इन अभिनेताओं में एम. मुकेश, मणियन पिल्लई राजू, जयसूर्या और एडावेला बाबू शामिल हैं।
अभिनेत्री ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि एक बार जब वह बाथरूम से बाहर आईं, तो एक बड़े अभिनेता ने उन्हें अचानक पीछे से पकड़ लिया और उनकी मर्जी के बिना किस कर लिया। वह इस घटना से बहुत डर गई थीं और वहां से भाग गईं।
हेमा समिति की रिपोर्ट क्या कहती है?
इस घटना के कुछ दिन पहले ही न्यायमूर्ति हेमा समिति की एक रिपोर्ट सामने आई थी। इस रिपोर्ट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के काम करने की स्थिति पर चिंता जताई गई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि महिला कलाकारों के साथ अक्सर बुरा व्यवहार किया जाता है और उन्हें सुरक्षित माहौल नहीं मिलता।
इंडस्ट्री में क्या प्रतिक्रिया हुई?
इस पूरे मामले के बाद फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मच गई है। कई लोगों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (एएमएमए) के महासचिव सिद्दीकी और केरल राज्य चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष रंजीत ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।
क्या हो सकते हैं इसके नतीजे?
इस मामले के सामने आने के बाद उम्मीद है कि फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। सरकार और फिल्म संगठनों को इस मुद्दे पर गंभीरता से काम करना होगा। महिला कलाकारों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल बनाना जरूरी है।
क्या कहती हैं महिला कलाकार?
कई महिला कलाकारों ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है। वे चाहती हैं कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को सजा मिले। कुछ अभिनेत्रियों ने कहा है कि वे अब चुप नहीं रहेंगी और अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगी।
आगे क्या होगा?
अब देखना यह है कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है। क्या आरोपी अभिनेताओं पर कोई कानूनी कार्रवाई होगी? क्या फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए नियम बनेंगे? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे।
हमें उम्मीद करनी चाहिए कि इस घटना के बाद फिल्म इंडस्ट्री में बदलाव आएगा और महिला कलाकारों को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल मिलेगा। हर किसी को अपनी आवाज उठानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
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