केरल के वायनाड जिले में शुक्रवार सुबह ‘अंडरग्राउंड गड़गड़ाहट’ सुनने की खबरों के बाद हड़कंप मच गया। यह घटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वायनाड की लैंडस्लाइड-प्रभावित यात्रा से एक दिन पहले हुई। प्रशासन ने तुरंत लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया। इसके साथ ही, केरल सरकार केंद्र से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए 2000 करोड़ रुपये की मदद मांगने की योजना बना रही है।
केरल के वायनाड जिले में एक अजीब स्थिति देखने को मिली जब लोगों ने सुबह-सुबह ‘अंडरग्राउंड गड़गड़ाहट’ सुनी। इस गड़गड़ाहट के बाद प्रशासन में खलबली मच गई और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। वायनाड की ज़िलाधिकारी, डी आर मेघाश्री ने इस घटना की पुष्टि की और बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
गड़गड़ाहट की आवाजें वायनाड के विभिन्न गांवों से सुनाई दीं, जैसे कि अंबलावायल, मंकोंब, अंबुकुथी मलिका, पदिपरंबा, सुधंगिगिरी, सेटुकुन, करातापीड़ी, मेलादिपाड़ी, चोलापुरम और थाईकुम्थारा। इन इलाकों में लोगों ने सुबह के समय इस अजीब आवाज को महसूस किया, जिससे स्थानीय निवासियों में डर फैल गया।
इस घटनाक्रम के ठीक एक दिन पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वायनाड का दौरा करने वाले हैं। इस संदर्भ में, केरल सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र से 2000 करोड़ रुपये की मदद मांगने की योजना बनाई है। यह कदम वायनाड में हाल ही में आई लैंडस्लाइड के बाद उठाया गया है, जिसने काफी तबाही मचाई थी। सरकार का उद्देश्य जल्द से जल्द पुनर्निर्माण कार्य शुरू करना है ताकि लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके।
इस बीच, वायनाड के निवासियों और स्थानीय प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि लोगों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और वे स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं।
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