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शेख हसीना तख्तापलट के पीछे अमेरिकी एजेंसियों का हाथ? दस्तावेज़ से बड़ा खुलासा

शेख हसीना तख्तापलट के पीछे अमेरिकी एजेंसियों का हाथ? दस्तावेज़ से बड़ा खुलासा
शेख हसीना तख्तापलट: हाल ही में एक सीक्रेट दस्तावेज़ से बड़ा खुलासा हुआ है कि अमेरिका ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को हटाने की योजना बनाई थी। 2019 से इस योजना पर काम शुरू हो गया था और इसका उद्देश्य बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन कराना था। यह मामला न केवल बांग्लादेश की राजनीति बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

2019 में शुरू हुई योजना: अमेरिका का बड़ा खेल

इस खुलासे से पता चलता है कि 2019 से ही अमेरिका ने शेख हसीना की सरकार को गिराने की योजना बनाई थी। इस प्रोजेक्ट के तहत अमेरिकी एजेंसियों ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन की कोशिशें कीं। इस योजना में इंटरनेशनल रिपब्लिकन इंस्टीट्यूट (IRI), नेशनल एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी (NED) और यूएसएआईडी (USAID) जैसी एजेंसियां शामिल थीं, जिन्होंने इस मिशन पर जमकर पैसा बहाया।

IRI का काम बांग्लादेश में राजनीतिक गतिविधियों और लोकतांत्रिक संस्थाओं को समर्थन देना था, लेकिन असल में इसका उद्देश्य बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता फैलाकर शेख हसीना की सरकार को कमजोर करना था। इन एजेंसियों ने “जवाबदेही, समावेशिता और लचीलापन समर्थन कार्यक्रम” (PAIRS) के तहत बांग्लादेश में जनता की भागीदारी बढ़ाने का दिखावा किया।


शेख हसीना और अमेरिका के बीच तनाव

शेख हसीना ने 2021 में आरोप लगाया था कि अमेरिका उनकी सरकार को हटाने की साजिश रच रहा है। हालांकि उस समय अमेरिका ने इन आरोपों को नकार दिया था। लेकिन मोहम्मद यूनुस के सत्ता में आने के बाद इन आरोपों को और बल मिला। मोहम्मद यूनुस को अमेरिका का करीबी माना जाता है, जिससे यह साफ हो जाता है कि अमेरिका ने राजनीतिक दबाव बनाने के लिए इस पूरी योजना पर काम किया था।


IRI और USAID की संदिग्ध भूमिका

इस पूरे प्रकरण में IRI, NED, और USAID की संदिग्ध भूमिका सामने आई है। IRI का काम भले ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समर्थन देना हो, लेकिन इसे कई देशों में सत्ता परिवर्तन में भी भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। मंगोलिया, हैती और युगांडा के बाद बांग्लादेश में भी IRI ने यही खेल खेला।

USAID जैसी एजेंसियां विदेशी सहायता देने के नाम पर कई बार विदेशी सरकारों को गिराने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। इस मामले में भी, इन एजेंसियों ने बांग्लादेश के सामाजिक और राजनीतिक समूहों को फंडिंग देकर शेख हसीना के खिलाफ माहौल तैयार किया।


बांग्लादेशी चुनावों में धांधली और अमेरिका की भूमिका

2024 के बांग्लादेशी चुनावों में भी धांधली के आरोप लगे थे। नेशनल डेमोक्रेटिक इंस्टीट्यूट (NDI) की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि शेख हसीना की सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग किया और विपक्ष को दबाने के लिए हिंसा का सहारा लिया। चुनावी प्रक्रिया में सरकारी मशीनरी का गलत उपयोग किया गया, जिससे चुनाव निष्पक्ष नहीं रह सके।


अमेरिका की योजना का खुलासा: अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर असर

इस दस्तावेज़ ने अब यह साफ कर दिया है कि अमेरिका ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन की योजना बनाई थी। IRI जैसी एजेंसियों ने बांग्लादेश के राजनीतिक माहौल को प्रभावित करने की कोशिश की और अंततः शेख हसीना की सरकार को गिराने का प्रयास किया। इस खुलासे ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अमेरिका की संदिग्ध भूमिका को उजागर कर दिया है और यह सवाल खड़े किए हैं कि क्या अन्य देशों के मामलों में हस्तक्षेप उचित है या नहीं।

 

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