उत्तन लाइटहाउस को पर्यटन स्थल बनाने के प्रोजेक्ट में शामिल किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन, अब घूमने के साथ लाइटहाउस देखने का भी मिलेगा मौका।
लाइटहाउस समुद्री जहाज़ों को सही रास्ता दिखाने में मदद करते हैं। भारत के समुद्री तटों पर कई लाइटहाउस हैं, जो अब पर्यटन के लिए खोले जा रहे हैं। DGLL (डायरेक्टर जनरल ऑफ लाइटहाउसेज एंड लाइटशिप्स) इन लाइटहाउस की देखरेख करता है।
भायांदर के पास स्थित उत्तन लाइटहाउस अब एक पर्यटन स्थल भी बनने जा रहा है। 75 लाइटहाउस को पर्यटन सुविधाओं से जोड़ने के प्रोजेक्ट के तहत उत्तन लाइटहाउस का भी चयन किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की।
मुंबई डायरेक्टोरेट, जो DGLL के अंतर्गत आता है, ने उत्तन लाइटहाउस में उद्घाटन कार्यक्रम की स्क्रीनिंग का इंतज़ाम किया था। मुंबई डायरेक्टोरेट के नियंत्रण में महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के तट पर कुल 23 लाइटहाउस हैं। इनमें से 8 लाइटहाउस, जिसमें उत्तन भी शामिल है, को पर्यटन के लिए खास तौर पर विकसित किया जाएगा।
उत्तन लाइटहाउस परिसर को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनाया गया है। यहां गार्डन, बच्चों के खेलने के उपकरण जैसी सुविधाएं जोड़ी गई हैं। स्थानीय विधायक गीता जैन, मुंबई डायरेक्टोरेट के उप निदेशक व अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में उद्घाटन हुआ। गीता जैन ने अपने भाषण में इस प्रोजेक्ट के ज़रिए पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय मछुआरों की आजीविका पर बिना असर डाले क्षेत्र का विकास करने की बात कही।
उत्तन लाइटहाउस घूमने के लिए अब 10 रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क देना होगा। 15 दिसंबर, 1960 को चालू किए गए इस लाइटहाउस को नियमित तौर पर अपग्रेड भी किया जाता है।
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भारत के लाइटहाउस सिर्फ समुद्री जहाजों का मार्गदर्शन ही नहीं करते, बल्कि खूबसूरत तटीय इलाकों में होने की वजह से पर्यटन की भी संभावना रखते हैं। उत्तन लाइटहाउस का विकास इसी दिशा में एक कदम है।