VIP Security Challenges after Baba Siddique’s Murder: मुंबई पुलिस के सुरक्षा विभाग ने VIP सुरक्षा में आए बदलावों पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जो बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद और भी अधिक जरूरी हो गई थी। इस बैठक में व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारियों (PSOs) ने VIP सुरक्षा के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला। VIP सुरक्षा में लापरवाही और सुरक्षा निर्देशों को न मानने से खतरनाक हालात पैदा हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा तंत्र पर सवाल उठ रहे हैं।
PSOs की चुनौतीपूर्ण भूमिका
PSOs, यानी व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी, VIP सुरक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन जब VIP अधिकारी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं, तो PSOs के लिए यह काम और भी कठिन हो जाता है। PSOs ने शिकायत की है कि VIP अधिकारी अक्सर उन्हें अपने वाहन में बैठने नहीं देते हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि PSO उनकी निजी बातचीत सुनें। इससे PSOs का काम प्रभावी रूप से बाधित होता है, और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना मुश्किल हो जाता है।
PSOs ने इस बात पर भी जोर दिया कि VIP अक्सर अपनी योजनाओं को अचानक बदल देते हैं, जिससे सुरक्षा के खतरे बढ़ जाते हैं। “VIP अधिकारी सुरक्षा निर्देशों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है,” यह बयान एक सुरक्षा अधिकारी ने दिया।
सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी से बढ़ा खतरा
बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद VIP सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। VIP अधिकारी PSOs के निर्देशों की अनदेखी करते हैं, और जब PSO इन निर्देशों पर जोर देते हैं, तो VIP उन्हें दूसरी जगह तबादला कराने की धमकी देते हैं। “बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद, PSOs को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे सुरक्षा प्रोटोकॉल से समझौता न करें और VIP अधिकारियों की शिकायतों से न डरें,” एक सूत्र ने कहा।
VIP सुरक्षा में एक और बड़ी समस्या यह है कि VIP अधिकारी अपने सुरक्षा स्टाफ का उपयोग व्यक्तिगत कार्यों के लिए करते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा में सेंध लग जाती है। कई मामलों में, VIP अधिकारियों ने सुरक्षा स्टाफ को अपने परिवार के साथ भेज दिया या उन्हें घर के कामों में व्यस्त कर दिया, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
“सुरक्षा प्रोटोकॉल को मानना जरूरी”
मुंबई पुलिस ने स्पष्ट किया है कि VIP सुरक्षा के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। PSOs को VIP अधिकारियों को समझाने के लिए कहा गया है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना उनकी जान की सुरक्षा के लिए जरूरी है। उम्मीद है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद VIP अधिकारी PSOs के निर्देशों को गंभीरता से लेंगे और सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं बरतेंगे।