मुंबई

पश्चिमी घाटों का एक और खज़ाना! बौनी छिपकली की चार नई प्रजातियां मिलीं

पश्चिमी घाटों का एक और खज़ाना! बौनी छिपकली की चार नई प्रजातियां मिलीं

जैव विविधता के मामले में पहले से ही महत्वपूर्ण माने जाने वाले पश्चिमी घाट अब और अहम हो गए हैं!  शोधकर्ताओं की एक टीम ने महाराष्ट्र के उत्तर-पश्चिमी घाटों में बौनी छिपकलियों (ड्वार्फ गेको) की चार नई प्रजातियों की खोज की है। इन छिपकलियों का नामकरण खास तौर पर महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण स्थलों के नाम पर किया गया है, जो इन्हें और भी अनूठा बनाता है।

महाराष्ट्र में मिली इन चार नई बौनी छिपकली प्रजातियों के नाम इस प्रकार हैं:

Cnemaspis sahyadriensis: इस प्रजाति का नाम सह्याद्रि टाइगर रिजर्व और सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है।

Cnemaspis chandoliensis: यह प्रजाति चंदोली नेशनल पार्क में पाई गई है, और इसीलिए इसका यह नाम है।

Cnemaspis maharashtraensis: जैसा कि नाम से पता चलता है, यह प्रजाति पूरे महाराष्ट्र राज्य में पाई जा सकती है।

Cnemaspis barkiensis: इस छिपकली का नामकरण कोल्हापुर के बर्की रिजर्व फॉरेस्ट के नाम पर किया गया है।

इस रोमांचक खोज में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे, तेजस ठाकरे भी शामिल थे। शोध का विस्तृत ब्यौरा, जो करीब 114 पन्नों का है, प्रतिष्ठित टैक्सोनोमिक जर्नल ‘जूटैक्सा’ में प्रकाशित किया गया है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, ये चारों नई खोजी गई प्रजातियां जैव विविधता के मामले में अति महत्वपूर्ण हैं। शुरुआती अध्ययन से पता चला है कि ये प्रजातियां काफी सीमित इलाकों में पाई जाती हैं, यानी इनका पर्यावास बहुत बड़ा नहीं है।

इस महत्वपूर्ण खोज का नेतृत्व ठाकरे वाइल्डलाइफ फाउंडेशन से जुड़े वैज्ञानिक अक्षय खांडेकर ने किया है। इस शोध में उन्होंने और उनकी टीम ने बौनी छिपकलियों से जुड़े पुराने साहित्य की गहन समीक्षा भी की, और उनमें पाई गई कई गलतियों को भी सुधारा है।

यह भी पढ़ें- सपनों की नगरी में अरबपतियों का जलवा! मुंबई ने बीजिंग को पछाड़ा, एशिया की अरबपतियों की राजधानी बना

You may also like