बॉलीवुड (Bollywood) फिल्मों में आपने अक्सर देखा होगा कि हीरोइनें और हीरो कई अलग-अलग तरह के कपड़े पहनते हैं, और कभी-कभी तो एक ही गाने में कई तरह के कॉस्ट्यूम बदलते रहते हैं। जैसे कि फिल्म ‘एक्शन रिप्ले’ में ऐश्वर्या राय बच्चन ने 125 कॉस्ट्यूम पहने थे, और फिल्म ‘हीरोइन’ में करीना कपूर खान ने 130 कॉस्ट्यूम पहने थे। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फिल्म की शूटिंग खत्म होने के बाद इन कपड़ों का क्या होता है? अगर आपके मन में भी ये सवाल आता है, तो इस ब्लॉग में आपको इसका जवाब मिलेगा।
1. दोबारा इस्तेमाल किया जाता है (Bollywood)
फिल्मों की शूटिंग में इस्तेमाल किए गए कपड़े अक्सर प्रोडक्शन हाउस को वापस कर दिए जाते हैं। कई बार इन कपड़ों को दूसरी फिल्मों या शोज़ में भी उपयोग किया जाता है। इनमें थोड़े बहुत बदलाव कर, जैसे रंग बदलना या मैचिंग बदलना, फिर से उनका उपयोग किया जाता है। हां लेकिन इन यूज्ड कपड़ों को लीड एक्टर नहीं पहनते, बल्कि जूनियर आर्टिस्ट को पहनाया जाता है। एक बार कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर आइशा खन्ना ने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म ‘बंटी और बबली’ में ऐश्वर्या राय ने जो कॉस्ट्यूम पहना था, वो 5 साल बाद फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ में किसी अन्य साइड आर्टिस्ट द्वारा इस्तेमाल किया गया था।
2. कभी-कभी एक्टर्स अपने साथ ले जाते हैं कपड़े
कई बार ऐसा भी होता है कि एक्टर्स अपने पसंदीदा कपड़े या एसेसरीज को अपने साथ घर ले जाते हैं। उदाहरण के लिए, दीपिका पादुकोण ने फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ में अपने किरदार नैना का चश्मा अपने पास रख लिया था। इसके अलावा, कहा जाता है कि ऋषि कपूर अपनी फिल्मों में पहने गए स्वेटर्स को अपने साथ घर ले जाते थे।
3. नीलामी के जरिए चैरिटी (Bollywood)
फिल्मों के कुछ खास कपड़ों की नीलामी भी की जाती है, जिसे चैरिटी के रूप में दान किया जाता है। फिल्म ‘जीने के हैं चार दिन’ में सलमान खान ने जो तौलिया इस्तेमाल किया था, उसे 1 लाख 42 हजार रुपये में नीलाम किया गया था। तो फिल्म ‘देवदास’ में माधुरी दीक्षित ने गाना ‘हमपे ये किसने हरा रंग डाला’ में जो कॉस्ट्यूम पहना था, उसकी भी नीलामी की गई थीं। बताया जाता है कि उसमें माधुरी के लहंगे को 2-3 करोड़ में नीलाम किया गया था। इसके अलावा भी कई स्टार्स के कपड़ों की नीलामी कर चैरिटी के लिए धन इकट्ठा किया जाता है।
4. वापस किए जाते हैं कपड़े
कई बार प्रोडक्शन हाउस एक ही स्थान से कपड़े रेंट पर लेते हैं, खासकर सीरियलों में और उनके बीच ये डील होती है कि शूटिंग के बाद वे कपड़े वापस कर दिए जाएंगे। इसके बाद इन कपड़ों को अन्य कार्यक्रमों या शादियों के लिए बेच दिया जाता है। या मिक्स मैच करके किसी दूसरी में इस्तेमाल कर लिया जाता है।
मतलब फिल्मों में इस्तेमाल किए गए कपड़े सिर्फ एक बार के उपयोग तक सीमित नहीं होते, बल्कि उनका विभिन्न तरीकों से उपयोग होता है। चाहे वो दोबारा इस्तेमाल हो, नीलामी के रूप में दान हो, या फिर एक्टर्स द्वारा अपने निजी कलेक्शन में शामिल किए जाने के रूप में ही क्यों ना हो।
ये भी पढ़ें: Vivek Oberoi Statement: आईफा अवॉर्ड्स 2024, शाहरुख की तारीफों के बीच सलमान पर इशारों में कटाक्ष?