महाराष्ट्र में आगामी निकाय चुनावों, खासकर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव से पहले एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कार्यकर्ताओं को महत्वपूर्ण संदेश दिया है। सोमवार (16 जून 2025) को उन्होंने कहा कि स्थानीय पार्टी इकाइयों को ये फैसला लेना होगा कि आगामी चुनाव अकेले लड़े जाएं या अन्य दलों के साथ गठबंधन करके।
एमवीए गठबंधन और बीएमसी चुनाव की रणनीति
शरद पवार का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब एनसीपी (एसपी) और अजित पवार की एनसीपी के विलय की अटकलें तेज हैं। साथ ही, बीएमसी चुनाव में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन – जिसमें कांग्रेस, एनसीपी (एसपी), और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं, के एकजुट होने या अलग-अलग लड़ने को लेकर चर्चा जोरों पर है।
2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में एमवीए ने मिलकर हिस्सा लिया था। हालांकि, बीएमसी चुनाव में बीजेपी, शिवसेना, और अजित पवार की एनसीपी के एक साथ उतरने की संभावना जताई जा रही है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं पर भरोसा
मुंबई के घाटकोपर में आयोजित एक प्रशिक्षण शिविर में शरद पवार ने कार्यकर्ताओं से कहा, “जहां चुनाव होने हैं, वहां स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं को बैठकर तय करना चाहिए कि क्या बेहतर है। अगर आप अकेले चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो पार्टी आपके साथ है। अगर गठबंधन की जरूरत महसूस होती है, तो हम उसका भी समर्थन करेंगे।”
राखी जाधव को मिल सकती है कमान
पवार ने ये भी संकेत दिया कि बीएमसी चुनाव में एनसीपी (एसपी) राखी जाधव के नेतृत्व में उतरेगी। उन्होंने कहा, “मुंबई में हमें मजबूती से चुनाव लड़ना है। राखी जाधव के फैसलों को पार्टी का पूरा समर्थन होगा। अगर समान विचारधारा वाले दलों के साथ सीट-बंटवारे पर चर्चा की जरूरत है, तो हम इसके लिए भी तैयार हैं।”
गौरतलब है कि बीएमसी चुनाव महाराष्ट्र की सियासत में अहम माने जाते हैं, क्योंकि ये देश की सबसे अमीर महानगरपालिका है। सभी दल इस चुनाव में अपनी ताकत झोंकने की तैयारी में हैं। शरद पवार की ये रणनीति एनसीपी (एसपी) को स्थानीय स्तर पर मजबूत करने और गठबंधन की संभावनाओं को खुला रखने का संकेत देती है।